Anand's blog

हाउडी मोदी: ट्रम्प ने लिया बेस्ट डायलॉग अवार्ड!

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हाउडी मोदी कार्यक्रम में अपने सबसे अच्छे रूप में थे, और ऐसा ही पीएम मोदी भी थे। दोनों ने पाकिस्तान पर निशाना साधा, एक ने खुलकर और एक ने खुलकर। जहां मोदी ने राष्ट्रपति चुनावों में ट्रम्प का खुलकर समर्थन किया, वहीं ट्रम्प ने कश्मीर, अप्रवासियों और पाकिस्तान पर मोदी का समर्थन किया। लेकिन दिन के पुरस्कार का सबसे अच्छा संवाद किसने जीता? Read More : हाउडी मोदी: ट्रम्प ने लिया बेस्ट डायलॉग अवार्ड! about हाउडी मोदी: ट्रम्प ने लिया बेस्ट डायलॉग अवार्ड!

लाल सलाम की बत्ती बनाने का समय आ चुका है, वरना ये आग लगा देंगे

याद कीजिए पिछली बार वो समय कब था जब आपने जेएनयू या जादवपुर यूनिवर्सिटी के बारे में कोई सकारात्मक बात सुनी थी कि फलाँ डिपार्टमेंट के विद्यार्थियों ने ऐसा शोध किया, फलाँ डिपार्टमेंट के सर्वेक्षणों के नतीजों से सरकार ने नीतियाँ बनाईं और समाज में बदलाव आया। आपको याद नहीं आएगा क्योंकि एक दिन के छात्र चुनावों के नाम पर ये कैम्पस पूरे साल वामपंथी हिंसा की आग में जलते रहते हैं। Read More : लाल सलाम की बत्ती बनाने का समय आ चुका है, वरना ये आग लगा देंगे about लाल सलाम की बत्ती बनाने का समय आ चुका है, वरना ये आग लगा देंगे

ऐसे तय होती है Rupee के मुकाबले Dollar की कीमत

आज़ादी के वक्त 1 Dollar की कीमत 1 Rupee के बराबर थी. लेकिन फिर ऐसा क्या हुआ कि पिछले 70 सालों में Rupee लगातार लुढ़कता चला गया और आज हालात ये हैं कि अब एक Dollar हांसिल करने के लिए हमें लगभग 69 Rupee चुकाने पड़ रहे हैं. तो चलिए आपको लेकर चलते हैं Rupee की उस जर्नी पर जो 1947 से लेकर अब तक डलान पर है. और साथ ही आपको बताएंगे उन कारणों के बारे में जिसकी वजह से किसी भी देश की Currency की Value कम या ज्यादा होती है. आप ये वीडियो देख रहे हैं KissaAajtak पर. Read More : ऐसे तय होती है Rupee के मुकाबले Dollar की कीमत about ऐसे तय होती है Rupee के मुकाबले Dollar की कीमत

नरेंद्र मोदी के वो पांच भाषण, जहां मोदी बहुत गहरा खेल गए

नरेंद्र मोदी का आज हैप्पी बड्डे है. खबरों की मानें तो 69 साल के हो गए हैं. तितली उड़ा रहे हैं. जन्मदिन मना रहे हैं. ट्विटर पर दुनिया भर की बधाई आ रही है. मतलब कि चहुँओर गर्दा.

लेकिन मोदी को बहुत चीज़ों से याद किया जा रहा है. तो ऐसे में एक और तरीका है याद करने का. हम मोदी के ऐसे पांच बयान गिन रहे हैं, जिनको शायद मोदी कभी दुबारा नहीं बोलेंगे. सोचना तो ये भी है कि ये बयान देने के कुछ देर बाद मोदी चक्कर में पड़ गए होंगे कि ये क्या बोल दिया. हांय!

क्या हैं पांच बयान, जो मोदी खुद नहीं सुनना चाहेंगे? Read More : नरेंद्र मोदी के वो पांच भाषण, जहां मोदी बहुत गहरा खेल गए about नरेंद्र मोदी के वो पांच भाषण, जहां मोदी बहुत गहरा खेल गए

10 बातें, जिनसे पता चलता है कि नरेंद्र मोदी, नेहरू के सबसे बड़े फॉलोवर हैं

नेहरू. नरेंद्र. दो शख्स. दो शख्सियतें. एक देश के पहले प्रधानमन्त्री एक देश के (अब तक के) अंतिम. एक कांग्रेस से एक भाजपा से. दोनों के बीच अंतर ढूंढने चलें तो इतने मिलेंगे कि एक स्टोरी नहीं उस पर शायद एक सीरीज़ चल पड़े. लेकिन हमें दोनों के बीच कुछ स्ट्राइकिंग समानताएं भी पता लगी हैं. सो मच सो कि ऐसा लगता है कि जवाहर लाल नेहरू के धुर विरोधी नरेंद्र दामोदर मोदी पूरी तरह उनका अनुसरण करते हुए लगते हैं. और हम कोई स्वीपिंग कमेंट्स नहीं दे रहे हैं. हम तथ्यों के साथ समानताएं बता रहे हैं. और जहां पर समानताएं होती हैं वहां पर ये कहना कतई अनुचित नहीं कि वर्तमान, अतीत का अनुसरण कर रहा है. Read More : 10 बातें, जिनसे पता चलता है कि नरेंद्र मोदी, नेहरू के सबसे बड़े फॉलोवर हैं about 10 बातें, जिनसे पता चलता है कि नरेंद्र मोदी, नेहरू के सबसे बड़े फॉलोवर हैं

इन 9 देशों में 'ख़त्म हो रहा है धर्म' (ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, कनाडा, चेक रिपब्लिक, फिनलैंड, आयरलैंड, नीदरलैंड्स, न्यूज़ीलैंड और स्विटज़रलैंड)

ख़त्म हो रहा

सेंसस रिपोर्ट पर आधारित जानकारी के मुताबिक़ इन देशों में धर्म पर विश्वास ना करने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है.

डलास में 'अमेरिकन फिज़िकल सोसायटी' की बैठक में रखे गए शोध के नतीजों से संकेत मिलता है कि इन देशों में धर्म का अस्तित्व 'बस ख़त्म होने को है'.

ये देश हैं ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, कनाडा, चेक रिपब्लिक, फिनलैंड, आयरलैंड, नीदरलैंड्स, न्यूज़ीलैंड और स्विटज़रलैंड.

शोध करने वाली टीम ने इन देशों में पिछले सौ सालों की जनगणना के आंकड़े जमा किए गए.

इनमें धर्म को लेकर लोगों के जवाबों के आधार पर शोधकर्ता इस निष्कर्ष पर पहुंचे. Read More : इन 9 देशों में 'ख़त्म हो रहा है धर्म' (ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, कनाडा, चेक रिपब्लिक, फिनलैंड, आयरलैंड, नीदरलैंड्स, न्यूज़ीलैंड और स्विटज़रलैंड) about इन 9 देशों में 'ख़त्म हो रहा है धर्म' (ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, कनाडा, चेक रिपब्लिक, फिनलैंड, आयरलैंड, नीदरलैंड्स, न्यूज़ीलैंड और स्विटज़रलैंड)

10 तरीके जिनसे आप ट्रैफिक के भारी चालान से बच सकते हैं

ट्रैफिक के नए नियम आ गए हैं. तरह-तरह के फाइन बढ़ा दिए हैं. बहुत पॉसिबल है कि आप घर से तैयार होकर अपनी स्कूटर पर निकलें. किसी चौराहे पर पहुंचें और ट्रैफिक पुलिस आपको धर ले. जब वो आपको छोड़े तो आपके हाथ में चालान हो. उसमें इतने तरीके के फाइन आप पर लगे हों कि चुकाने के लिए लोन लेना पड़ जाए. 15 हजार की गाड़ी पर 23 हजार का जुर्माना वाली खबर अब तक सुनी कि नहीं? तो इसलिए हम बता रहें हैं कुछ रामबाण उपाय जिन्हें आज़माकर आप फाइन देने से बच जाएंगे. Read More : 10 तरीके जिनसे आप ट्रैफिक के भारी चालान से बच सकते हैं about 10 तरीके जिनसे आप ट्रैफिक के भारी चालान से बच सकते हैं

1965 की जंग में भारतीय सेना ने इसलिए नहीं किया लाहौर पर कब्जा, इस वजह से लौट आई बॉर्डर से

1965 की जंग में भारतीय सेना ने इसलिए नहीं किया लाहौर पर कब्जा,
कल तक हर रोज एटम बम की गीदड़ धमकी देने वाले नासमझ प्रधानमंत्री इमरान खान ने एलान किया है कि पाकिस्तान भारत पर पहले परमाणु हमला नहीं करेगा। इमरान खान को मालूम है कि उनका मुल्क भारत से सीधी जंग की हालत में नहीं है। वह भी तब जबकि चीन को छोड़कर पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है। पाकिस्तान ने अब तक भारत से चार जंगें लड़ी और हर बार उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी है।

​LED की लीड

​ LED की लीड

एक साधारण-सी जरूरत के मिशन बन जाने की कहानी है LED रेवलूशन। उजाला यानी उन्नत ज्योति बाय अफर्डेबल फॉर ऑल योजना वाकई लोगों के घरों में उजाला भर रही है। इसके तहत देश में 77 करोड़ एलईडी बल्ब लगाने की योजना है और अब तक करीब 26 करोड़ से ज्यादा बल्ब लगाए भी जा चुके हैं। इस मिशन ने बिजली और पैसों की बचत के साथ-साथ प्रदूषण भी कम किया है। देश में हो रहे LED रेवलूशन का जायजा ले रहे हैं लोकेश के. भारती Read More : ​LED की लीड about ​LED की लीड

ऑफ़िस में ग़ुस्सा आए तो क्या करना चाहिए?

ऑफ़िस में ग़ुस्सा आए तो क्या करना चाहिए?

ऑफ़िस में काम करना आसान नहीं है. तरह-तरह के लोगों से आपका वास्ता पड़ता है.

कुछ लोग अगर दोस्ती करने लायक़ मिलते हैं तो कुछ लोग ऐसे भी मिलते हैं जो अक्सर आपके ग़ुस्से का सबब बनते हैं.

ग़ुस्सा आने पर आपका दिल चाहता है जितनी शिद्दत से आप चीख चिल्ला कर अपना गुस्सा निकाल सकते हैं निकाल लें. लेकिन अफ़सोस आप ऐसा भी नहीं कर सकते. क्योंकि ये ऑफिस की तहज़ीब के ख़िलाफ़. यहां तो आपको शांत और संयमित रहना पड़ता है. Read More : ऑफ़िस में ग़ुस्सा आए तो क्या करना चाहिए? about ऑफ़िस में ग़ुस्सा आए तो क्या करना चाहिए?

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