कपालभाति की सीमाएं

कपालभाति सावधानियां 

  • यह क्रिया निम्न कंडीशंस में नहीं करनी चाहिए
  • हाई ब्लड प्रेशर
  • ह्रदय रोग
  • मिर्गी
  • हर्निया
  • अल्सर
  • सांस संबंधी समस्‍या

 

कपालभाति के हानि ।
वैसे इस क्रिया को करने से हानि कम है और फायदे ज़्यदा है।  फिर भी निम्न हालत में किसी अच्छे योग थेरेपिस्ट की सलाह लेकर ही करनी चाहिए।

  • हाई ब्लड प्रेशर की समस्यां
  • स्पाइनल समस्यां
  • ह्रदय रोग
  • मिर्गी
  • हर्निया
  • अल्सर
  • सांस संबंधी समस्‍या
  • कमजोरी
  • गर्भवती

प्रतिदिन 10 से 15 मिनेट कपालभांति

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प्रतिदिन 10 से 15 मिनेट
  कपालभांति करने से

कब्ज की समस्या से छुटकारा मिलता है

ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है

गैस और एसिडिटी की समस्या नहीं होती

सिर दर्द से मुक्ति मिलती है

ह्रदय रोगों नही होते

चेहरे पर झुर्रियां नहीं पड़ती

जुकाम और खांसी नहीं होती

हॉर्मोन और कोलेस्ट्रोल लेवल संतुलित रहता है

आलसपन से छुटकारा मिलता है

metabolism rate , हीमोग्‍लोबिन और थायराइड कंट्रोल में रहता है

महिलाओं की समस्‍याओ के लिए कपालभाती उत्तम माना जाता है

तनाव और डिप्रेशन से मुक्ति मिलती है Read More : प्रतिदिन 10 से 15 मिनेट कपालभांति about प्रतिदिन 10 से 15 मिनेट कपालभांति

कई समस्याओं का एक हल: कपालभाति

कई समस्याओं का एक हल: कपालभाति

कपालभाति प्राणायाम नहीं बल्कि षट्कर्म का अभ्यास है। इसके लिए पालथी लगाकर सीधे बैठें, आंखें बंदकर हाथों को ज्ञान मुद्रा में रख लें। ध्यान को सांस पर लाकर सांस की गति को अनुभव करें और अब इस क्रिया को शुरू करें। इसके लिए पेट के निचले हिस्से को अंदर की ओर खींचे व नाक से सांस को बल के साथ बाहर फेंके। यह प्रक्रिया बार-बार इसी प्रकार तब तक करते जाएं जब तक थकान न लगे। फिर पूरी सांस बाहर निकाल दें और सांस को सामान्य करके आराम से बैठ जाएं। Read More : कई समस्याओं का एक हल: कपालभाति about कई समस्याओं का एक हल: कपालभाति

नाक की अलर्जी में रामबाण है कपालभाति

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दो महीने तक लगातार कपालभाति का अभ्यास करना है, आपका साइनस पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। अगर आप इसे सही तरीके से करते हैं, तो कपालभाति से सर्दी-जुकाम से संबंधित हर रोग में आराम मिलेगा।

जिन लोगों को अलर्जी की समस्या है, उन्हें लगातार कपालभाति का अभ्यास करना चाहिए और इसकी अवधि को जितना हो सके, उतना बढ़ाना चाहिए। तीन से चार महीने का अभ्यास आपको अलर्जी से मुक्ति दिला सकता है। Read More : नाक की अलर्जी में रामबाण है कपालभाति about नाक की अलर्जी में रामबाण है कपालभाति