आयुर्वेद के सिद्धांत

अंग्रेजी पद्धति एवं आयुर्वेद पद्धति में अन्तर समझें

इस उदाहरण से आयुर्वेद एवं अग्रेजी पद्धति को अच्छे से समझते हैं: 
एक 40 वर्षीय पुरुष रोगी ऐलोपैथ डॉक्टर के पास: सर मुझे कमर में कई दिनों से असहनीय दर्द हो रहा है, कई बार यह दर्द पैरो की तरफ जाता है जिससे चलने में परेशानी होती है, इसके अलावा गर्दन में भी दर्द रहता है जो कन्धों की ओर बढ़ता हुआ आ रहा है, हाथ-पैरों में जकड़न रहती है, थकान-कमजोरी भी रहती है। मेरा कार्य ऑफिस में कंप्यूटर पर बैठने का है, वजन लगभग 85 किलो है। Read More : अंग्रेजी पद्धति एवं आयुर्वेद पद्धति में अन्तर समझें about अंग्रेजी पद्धति एवं आयुर्वेद पद्धति में अन्तर समझें

आयुर्वेद के अचूक नुस्खे :

आयुर्वेद के अचूक

आयुर्वेद के अचूक नुस्खे :

(१) मधुमक्खी काटने की दवा-
आक (मदार) के दूध में लौंग, गोल मिर्च, शुद्ध कड़वा तेल या सरसों का दाना एक में रगड़कर तेल में फेंटकर लगाये। पीड़ा समाप्त हो जायगी।

(२) मनुष्य के पेट में दर्द-
आकाश बवर पीसकर थोड़ा शुद्ध घी एक चम्मच जल के साथ पिला दिया जाय, दर्द मिट जायगा।

(३) जहर खा लेने पर-
अकोल्हा की छाल थोड़ा-सा पीसकर पिला दिया जाय तो कैसा भी जहर हो उसे उलटी द्वारा बाहर निकाल देता है। यह दवा रामबाण है। Read More : आयुर्वेद के अचूक नुस्खे : about आयुर्वेद के अचूक नुस्खे :