उच्च रक्तचाप

हाइपरटेंशन या उच्च रक्तचाप, जिसे कभी कभी धमनी उच्च रक्तचाप भी कहते हैं, एक पुरानी चिकित्सीय स्थिति है जिसमें धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ जाता है। दबाव की इस वृद्धि के कारण, रक्त की धमनियों में रक्त का प्रवाह बनाये रखने के लिये दिल को सामान्य से अधिक काम करने की आवश्यकता पड़ती है। रक्तचाप में दो माप शामिल होती हैं, सिस्टोलिक और डायस्टोलिक, जो इस बात पर निर्भर करती है कि हृदय की मांसपेशियों में संकुचन (सिस्टोल) हो रहा है या धड़कनों के बीच में तनाव मुक्तता (डायस्टोल) हो रही है। आराम के समय पर सामान्य रक्तचाप 100-140 mmHg सिस्टोलिक (उच्चतम-रीडिंग) और 60-90 mmHg डायस्टोलिक (निचली-रीडिंग) की सीमा के भीतर होता है। उच्च रक्तचाप तब उपस्थित होता है यदि यह 90/140 mmHg पर या इसके ऊपर लगातार बना रहता है।

क्या है नोमोफोबिया

नोमोफोबिया

असल में फोबिया शब्द जो है वो ग्रीक भाषा के एक शब्द हाइड्रोफीबिया से आया है जिसका मतलब होता है पानी से सम्पर्क में आने का मानसिक भय और फोबिया किसी भी तरह का हो सकता है जिसका मतलब है अगर हमे किसी चीज़ का फोबिया है तो हम उस चीज़ के लिए मानसिक तौर पर थोड़े असहज है इसे किसी भी स्थान वस्तु या गतिविधि से जोड़ा जा सकता है और हमारी तकनीक की सदी यानि के इक्कीसवी सदी हो है उसमे टेक्नोलोज़ी के बढ़ते इस्तेमाल ने मानवीय जीवन को सुगम बनाने के साथ साथ कई तरह की मानसिक समस्याएं हमे सौगात में दी है जिसमे से नोमोबिया भी एक है और मेल ऑनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक हम में से ६६ प्रतिश Read More : क्या है नोमोफोबिया about क्या है नोमोफोबिया

इनसोमनिया का कारण है मोबाइल

इनसोमनिया का कारण है मोबाइल

मोबाइल की रेडिएशन से इंसान को इनसोमनिया, सर दर्द और कंफ्यूज होने की परेशानियां हो सकती हैं। Read More : इनसोमनिया का कारण है मोबाइल about इनसोमनिया का कारण है मोबाइल

बढ़े हुए पेट से निजात पाना है आसान

बढ़े हुए पेट से निजात पाना है आसान

हर कोई पतला और फिट रहना चाहता है। इसके लिए वह क्या नहीं करता हैं। जिससे कि इस समस्या से निजात मिल जाएं। लेकिन कई ऐसी समस्याएं हो जाती है। जिसके कारण हम अपना डाइटिंग में टाइम नहीं दे पाते हैं। जो कि कम समय के कारण सबसे अधिक होता हैं। ये भी पढ़े- दिन में सिर्फ 6 भुने हुए लहसुन खाने के है बेमिसाल फायदे जानिए आपके लिए पिज्जा ज्यादा फायदेमंद है या फिर पास्ता जानिए आखिर आपकी सेहत के लिए चावल सही है या फिर रोटी? Read More : बढ़े हुए पेट से निजात पाना है आसान about बढ़े हुए पेट से निजात पाना है आसान

सामान्य बीपी में भी ज्यादा नमक होता है खतरनाक

आमतौर पर हम अपनी खुराक में नमक की मात्रा को लेकर तभी सचेत होते हैं, जब उच्च रक्तचाप (हाई बीपी) की शिकायत हो। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह सोच पूरी तरह गलत है। सामान्य रक्तचाप की स्थिति में भी खाने में ज्यादा नमक नुकसान पहुंचा सकता है। एक ताजा शोध में यह बात सामने आई है।

शोध के अनुसार रक्तचाप में बढ़ोतरी न होने पर भी नमक की ज्यादा मात्रा कुछ अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है। Read More : सामान्य बीपी में भी ज्यादा नमक होता है खतरनाक about सामान्य बीपी में भी ज्यादा नमक होता है खतरनाक

हार्ट फेल होने से चली जाती है 23 प्रतिशत लोगों की जान

हार्ट फेल होने से चली जाती है 23 प्रतिशत लोगों की जान

हार्ट अटैक का मतलब होता है दिल की मांसपेशियों का बेहद कमजोर होना, जबकि हार्ट फेल होने का मतलब है कमजोर दिल. हार्ट अटैक तब होता है, जब दिल की मांसपेशियों के एक हिस्से को आक्सिजन से खून की सप्लाई में रुकावट हो जाती है भारत में 23 प्रतिशत मरीज़ ऐसे होते हैं जो दिल के दौरे का पता चलने के साल भर के अन्दर मर जाते हैं, एक खोज से पता चलता है, और यह भी पता चलता है कि यह देश अफ्रीका के दर 34 प्रतिशत, के बाद दूसरे नंबर पर है। Read More : हार्ट फेल होने से चली जाती है 23 प्रतिशत लोगों की जान about हार्ट फेल होने से चली जाती है 23 प्रतिशत लोगों की जान