ओशो दर्शन शास्त्र

तकिया पीटना ( ध्यान ) - नकारात्मकता को निकाल फेंकना

तकिया पीटना

जब भी आपको क्रोध आए तो किसी पर क्रोधित होने की कोई जरूरत नहीं, सिर्फ क" क्रोधित हो जाएं। इसे एक ध्यान बना लें। कमरा बंद कर लें, अकेले बैठ जाएं और जितना क्रोध मन में आए, आने दें। यदि मारने-पीटने का भाव आए तो एक तकिया ले लें और तकिए को मारें-पीटें। जो करना हो, तकिए के साथ करें, वह कभी मना नहीं करेगा। यदि तकिए को मार डालना चाहें तो एक चाकू लें और तकिए को मार डालें! Read More : तकिया पीटना ( ध्यान ) - नकारात्मकता को निकाल फेंकना about तकिया पीटना ( ध्यान ) - नकारात्मकता को निकाल फेंकना