पीलिया का उपचार
Submitted by Anand on 17 November 2019 - 6:17amलीवर की कोशिकाओं में बाइल या पित्त का निर्माण होता है , इस बाइल का भण्डारण पित्ताशय या गॉलब्लेडर में होता है । जब आहार स्टमक से गुजरता हुआ ग्रहणी [डयूडेनल ] में प्रवेश करता है तो उसी समय पित्त भी गॉलब्लेडर से निकल कर पित्त प्रणाली द्वारा ग्रहणी में पहुंचकर आहार से मिलता है और उसके पाचन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । परन्तु किसी कारण वश पित्त पित्ताशय से निकल कर भोजन में न मिलकर सीधे रक्त में मिल कर रक्त परिसंचरण के द्वारा समस्त शरीर में फ़ैल जाता है , तो पित्त में मौज़ूद बिलिरुबिन नमक रंजक पदार्थ सूक्ष्म रक्त वाहिनियों से निकल कर त्वचा,श्लेष्मिक कला तथा आँखों की कंजेक्टाइवा आदि में फ़ैल जात Read More : पीलिया का उपचार about पीलिया का उपचार