लौकी की अगेती खेती

तोरई की खेती कब करें और पाये अधिक मुनाफा

 तोरई की खेती कब करें और पाये अधिक मुनाफा

भूमि का प्रयोग करें इस प्रकार 

इसको सभी  प्रकार की मिट्टियों  में उगाया जा सकता है परन्तु  उचित जल निकास धारण क्षमता वाली जीवांश युक्त हलकी दोमट भूमि इसकी सफल खेती के लिए सर्वोत्तम मानी गई है वैसे उदासीन पी.एच. मान वाली भूमि इसेक लिए अच्छी रहती है नदियों के किनारे वाली भूमि इसकी खेती के लिए उपयुक्त रहती है कुछ अम्लीय भूमि में इसकी खेती की जा सकती है पहली जुताई मिटटी पलटने वाले हल से करें इसके बाद २-३ बार हैरो या कल्टीवेटर चलाएँ | खेत कि तैयारी में मिट्टी भुरभुरी हो जानी  चाहिए  यह फसल अधिक निराइ  की फ

तोरई की खेती कब की जाती है ? Read More : तोरई की खेती कब करें और पाये अधिक मुनाफा about तोरई की खेती कब करें और पाये अधिक मुनाफा

लौकी के खेत की तैयारी करें इस प्रकार

लौकी की खेती करने के उन्नत तरीके

वैसे तो लौकी की फसल हर प्रकार की भूमि में हो सकती है लेकिन उचित जल निकास युक्त प्रचुर जीवांश से युक्त दोमट मिट्टी इसकी खेती के लिए सबसे उत्तम है | इसके लिए भूमि का Ph उदासीन होना चाहिए, उदासीन का मतलब ना अम्लीय और ना ही छारीय होना चाहिए अर्थात 6.5 से 7.5 बीच में होना चाहिए | Read More : लौकी के खेत की तैयारी करें इस प्रकार about लौकी के खेत की तैयारी करें इस प्रकार

तोरई की उन्नत तरीके से करें खेती, पाये और भी फायदा

मुझे उम्मीद है की आपने तोरई की खेती के बारे में अच्छे से समझ लिया होगा अगर आपका कोई सवाल है  तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है या आप हमें अच्छी बीज के लिए संपर्क कर सकते हैतोरई की खेती के लिए उचित भूमि का प्रयोग  Read More : तोरई की उन्नत तरीके से करें खेती, पाये और भी फायदा about तोरई की उन्नत तरीके से करें खेती, पाये और भी फायदा