व्रत का अर्थ

व्रत रखने के फायदे

आध्यात्मिक या संस्कृति वजहें होती हैं, लेकिन इसके साथ ही इससे जुड़ी एक और बात काफी अहम है और वह है सेहत। व्रत अगर ढंग से रखा जाए तो यह सेहत के लिहाज से काफी फायदेमंद साबित होता है, लेकिन अगर व्रत ठीक से ना रखा जाए तो यह सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में सही तरीके से व्रत रखना बहुत जरूरी है।  Read More : व्रत रखने के फायदे about व्रत रखने के फायदे

किस उम्र में न रखें व्रत

किस उम्र में न रखें व्रत

व्रत रखने की यों तो कोई खास उम्र नहीं होती, लेकिन 15 साल से कम उम्र के बच्चों और 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को व्रत नहीं रखना चाहिए। छोटे बच्चों में मेटाबॉलिक रेट काफी ज्यादा होता है और बुजुर्गों में काफी कम। ऐसे में वक्त पर ढंग से खाना न खाने से इन लोगों में हाइपोग्लाइसिमिक अटैक हो सकता है। 
  Read More : किस उम्र में न रखें व्रत about किस उम्र में न रखें व्रत

कौन न रखे व्रत

कौन न रखे व्रत

प्रेग्नेंट और दूध पिलाने वालीं मांएं व्रत न रखें। इन्हें थोड़े-थोड़े अंतराल के बाद एक तय मात्रा में कैलरी की जरूरत होती है, जिसके लिए पोषक खाना खाना जरूरी है। 
डायबीटीज के मरीज व्रत न रखें। व्रत रखने पर वे हाइपोग्लाइसीमिया का शिकार हो सकते हैं। अगर वक्त पर इस स्थिति से ना निपटा जाए तो मरीज की जान भी जा सकती है। 
ब्लड प्रेशर के मरीजों को भी व्रत रखने से परहेज करना चाहिए क्योंकि लंबे समय तक भूखे रहने से ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव हो सकता है और यह सेहत के लिए घातक होगा। 
Read More : कौन न रखे व्रत about कौन न रखे व्रत