उद्यमिता क्यों ?

उद्यमिता

अपने विचारों का कार्यान्वयन

एक प्रमुख लाभ यह है कि आपको अपने खुद के विचारों तथा अंतर्दृष्टि को आगे बढ़ाने की आजादी हासिल होती है। आप अपना समय और ऊर्जा अपने विचारों को विकसित करने तथा उन्हें एक सफल व्यवसाय मॉडल में तब्दील करने में लगाते हैं।

आपका बॉस कोई दूसरा नहीं आप खुद होते हैं

आप निर्णय करते हैं। किसके साथ काम करना है, क्या काम करना है, यह सब आप तय करते हैं। कई बार ऐसी स्थिति होती है कि आप किसी फर्म की कार्पोरेट संस्कृति या उनके कारोबार के तौर-तरीकों से सहमत नहीं होते। लेकिन यहां आप चुनते हैं कि व्यवसाय कैसे चलाना है, किस तरह की कार्पोरेट संस्कृति विकसित करनी है। आरंभिक चरण में गूगल का सीधा-सादा आदर्श वाक्य था -" बुराई मत बनो ।" वे एक ऐसी कार्पोरेट संस्कृति के लिए जाने जाते हैं, जो प्रचलित कार्पोरेट संस्कृति के बहुत अलग है। अपनी निजी कंपनी शुरू करने से संस्थापकों को यह अवसर मिला कि ऐसी संस्कृति और व्यवसाय पद्धतियाँ विकसित करें जिनमें उनकी आस्था हो। अपनी खुद की कंपनी शुरू करके आप भी ऐसा कर सकते हैं।

स्थान का चयन

व्यवसाय के स्थान का चुनाव आपका अपना निर्णय होगा। आप चाहें तो अपने बाजार के निकट कारोबार कर सकते हैं, चाहें तो अपने घर के निकट कर सकते हैं। फैसला पूरी तरह आपका है।

बड़ी आय की संभावना

अपना व्यवसाय शुरू करने पर आप मालिक होंगे और अधिकांश ईक्विटी आपकी होगी। यदि आपका व्यवसाय सफल रहा, तो काफी आय होने की संभावना रहेगी। कुछ लोगों को अपनी नोकरियों में करियर विकास या आर्थिक विकास की कोई संभावना नजर नहीं आती।  अगर आपको भी ऐसा ही लगता है तो शायद आपके लिए यही समय है कि आप भी अपना कारोबार शुरू करने के बारे में सोचें। पर नकारात्मक पहलू यह है कि यहाँ वेतन का चेक मिलने की कोई गारंटी नहीं है, लेकिन फिर कर्मचारी के तौर पर आपकी नौकरी सुरक्षित रहेगी इसी की क्या गारंटी है।

अपने काम के घंटे खुद चुनें

खुद के कारोबार की सबसे बड़ी सुविधा यह है कि यहाँ काम के घंटो में लचीलापन रहता है, यद्यपि काम कम नहीं रहता। अधिकतर सफल नए उद्यम अधिक समय तक काम तथा कड़ी मेहनत का परिणाम हैं। पर सकारात्मक पहलू यह है कि कब छुट्टी पर जाना है, कब काम करना है आदि बातें आपकी पसंद के अनुसार होती हैं। जब तक अपेक्षित काम होता रहता है, तब तक लचीलापन बना रहता है।

अपने कारोबार के परिचालनों में शामिल होइए

शुरू किया गया नया उद्यम आपका अपना विचार है, आपका अपना कारोबार है। इसलिए इस कारोबार के किसी भी पहलू से जुड़ने के लिए आप स्वतंत्र हैं। इसे एक उदाहरण के जरिए बहुत अच्छे ढंग से समझाया जा सकता है। एप्पल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स ने खुद को व्यवसाय के हर चरण में शामिल रखा - विचार सृजन, डिजाइन, विनिर्माण, विपणन तथा स्टोर । वे खुद पूरी तरह अपने कारोबार के प्रति समर्पित रहे और इसलिए उनके उत्पादों और उनकी कंपनी की गणना दुनिया के सर्वोत्तम उत्पादों और कंपनियों में होती है। अपने व्यवसाय को आरंभ से विकसित होते हुए देखना बहुत ही संतुष्ट और निहाल कर देने वाला अनुभव है।  

अपने कारोबार को पारिवारिक आस्ति बनाइए

हम अकसर अपने पीछे अपने परिवार के लिए वित्तीय सुरक्षा बोध छोड़ जाना चाहते हैं। उदाहरण के लिए, चूंकि कंपनी की अधिकांश ईक्विटी आपकी होगी, अतः आप उसे अगली पीढियों को दे जाएंगे, ताकि उनमें सुरक्षा को बोध रहे। हो सकता है कि जब आप रिटायर होने वाले हों, तब आपके बच्चे आपका कारोबार संभाल लें। पारिवारिक कारोबार परिवार के अन्य सदस्यों को भी रोजगार दे सकता है।