वीर्य बढ़ाने के घरेलू उपचार

(1)  नारियल- नारियल कामोत्तेजक है। वीर्य को गाढ़ा करता है।

(2)  गाजर- गाजर हर व्यक्ति के लिए शक्तिवर्धक है। वीर्य को गाढ़ा करती है। मर्दाना कमजोरी को दूर करने में रामबाण है। गाजर का रस पीना चाहिए।

(3)  प्याज- प्याज कामवासना को जगाता है। वीर्य को उत्पन्न करता है। देर मैथुन करने की शक्ति देता है। ईरानी नागरिक याह्या अली अकबर बेग नूरी ने 88 वर्ष की आयु में 168 वाँ विवाह किया। इस आयु तक उसकी जवानी बरकरार रहने का कारण है, उसका एक किलो कच्चा प्याज खाना।

(4)  मर्दाना शक्ति बढ़ाने के लिए प्याज का रस और शहद मिलाकर पियें। सफेद प्याज का रस, शहद, अदरक का रस, देषी घी, प्रत्येक 6 ग्राम- इन चारों को मिलाकर चाटें। एक महीने के सेवन से नामर्द भी मर्द बन सकते हैं।

(5)  अनार- प्रतिदिन अनार खाने से पेट मुलायम रहता है तथा कामेन्द्रियों Ling को बल मिलता है।

(6)  अश्वगंधा- ये एक प्राचीन औषधि है जो पूरे भारत मे कई वर्षो से प्रसिद्ध है. इससे कई प्रकार की यौन प्रॉब्लम्स दूर हो जाती है. इश्स अर्ब के सेवन से लिबीडो की मात्रा बदती है जो शीघ्रपटान से आराम दिलवाता है. इसके सेवन से शारीरिक मजबूती आती है और नापुसकता भी दूर हो जाती है.

(7)  उड़द- उड़द का एक लड्डू खाकर ऊपर से दूध पीने से वीर्य बढ़कर धातु पुष्ट होती है और रतिषक्ति बढ़ती है

(8)  हरड़- हरड़ का वक्कल, बहेडे़ का वक्कल तथा गुठली रहित आमले, बबूल के पुष्प, हल्दी और छोटी दूधी यह सभी द्रव्य समान भाग लेकर कूट-कपड़छन करें और इस चूर्ण का जितना वजन हो, उतनी ही मिश्री मिलायें।
मात्रा- 5 से 10 ग्राम तक गाय के दूध के साथ रात में सोते समय सेवन करें। इससे कब्ज भी मिटता है और क्षुधा की भी वृद्धि होती है। प्रमेह रोग में उत्तम योग है।

(9)  छोटी इलायची के बीज और शर्करा समान भाग लेकर चूर्ण बना लें। इसे 1 ग्राम की मात्रा में प्रातः-सायं शहद के साथ सेवन करना चाहिये। मधुमेह में इसे न दें, अन्य सभी प्रमेहों में हितकर है। छोटी इलायची का चूर्ण शर्करा के शर्बत के साथ सेवन करने से प्रमेह में लाभ होता है।

(10) हल्दी का चूर्ण 3 से 5 ग्राम की मात्रा में शहद के साथ सेवन करने से सब प्रकार के प्रमेह दूर होते हैं।

(11)  अश्वगंधा नागौरी, शतवार और मिश्री तीनो सामान भाग में लेकर कूट पीसकर कपडे से छान ले १० ग्राम ऊपर से फ़क के एक गिलास हल्का ग्राम दूध पीये ये आयुर्वेदिक उपचार आपको अपर बलवीर्य की वृद्धि करेगा इसके सामने विग्रा भी बेकार है और Sexual Debility धातु दुर्बलता की कमी हमेशा के लिए ख़त्म कर देता है। लिंग को मोटा और ताकतवर बनता है .

(12)  लहसुन की कलियों को छील कर काट ले और एक चम्मच सुध देसी घी में इन्हे सेक ले और जब ये बेड़मी रंग की हो जाये तब इसमें पिसी शकर डालकर मिला ले और ५-६ काली के बर्बर लहसुन के टुकड़े प्रतिदिन खाने से बहुत ज्यादा बलवीर्य के वर्दी होती है तो फ्लातू के पैसे इंग्लिश दवा में मत खर्च कीजिये आयुर्वेद अपनाइये.

(13)  बबूल का गोंद सुध देसी घी में तलकर शकर की चासनी में दाल कर रख ले और इस १० ग्राम प्रति दिन सुबह खाने से पुरुष के बलवीर्य की बढ़ता है. साथ ही लिंग अपने मोटा भी होता है.

(14) अश्वगंधा- ये एक प्राचीन औषधि है जो पूरे भारत मे कई वर्षो से प्रसिद्ध है. इससे कई प्रकार की यौन प्रॉब्लम्स दूर हो जाती है. इश्स अर्ब के सेवन से लिबीडो की मात्रा बढ़ती है . इसके सेवन से शारीरिक मजबूती आती है लिंग मजबूत होता है .

(15) प्याज़ मे ऐसे गुण होते है जो शरीर मे यौन समस्याओ को दूर कर देता है. हरा और सामानया, दोनो ही प्रकार के प्याज़ फयदेमंद होते है. हरी प्याज़ के बीज को एक गिलास पानी मे घोलकर पी जाए. इससे भोजन करने से पहले ले, इससे शरीर मे ताक़त आती है. कक्चा प्याज़ ज़्यादा खाए. मर्दाना शक्ति बढ़ाने के लिए प्याज का रस और शहद मिलाकर पियें। सफेद प्याज का रस, शहद, अदरक का रस, देषी घी, प्रत्येक 6 ग्राम- इन चारों को मिलाकर चाटें। एक महीने के सेवन से नामर्द भी मर्द बन सकते हैं। लिंग इतना मजबूत होगा आप खुद महसूस करेंगे.

(16)  सफेद प्याज का 10 से 20 मिली रस एवं 5 से 10 मिली शहद, अदरक का रस 5 से 10 मिली, और 1 से 2 ग्राम घी मिलाकर आप प्रातःकाल नित्य 21 दिन तक सेवन करें. वीर्य बढ़ेगा साथ लिंग में ताकत आएगी.

(17) अश्वगंधा के 2 ग्राम चूर्ण को घी-मिश्री के साथ खाने से तथा उसके बाद दूध पीने से भी वीर्यवृद्धि होता है। लिंग की नसे मजबूत होगी.

(18)  कौंचबीज एवं खसखस का समान मात्रा में चूर्ण लेकर उसमें आधा तोला यानी लगभग 6 ग्राम चूर्ण लेकर दूध के साथ सुबह सांय दोनों समय लेने से वीयवृद्धि होती है एवं धातु कभी क्षीण नहीं होती। लिंग लोहे जैसा मजबूत बनता है.

(19)  प्रतिदिन 1 हरड का सेवन करने से या एक पके हुए केले में लगभग 6 ग्राम घी डालकर रोज सुबह शाम सेवन करने से धातुक्षीणता एवं प्रदर रोग में भी लाभ होता है। लिंग मोटा है.

(20)  सुखाये हुए सिंघाडे एवं मखाने को समान मात्रा में लेकर उसका चूर्ण बनाकर रखें। उसमें से 1 तोला करीब 12 ग्राम चूर्ण मिश्री के साथ खाकर ऊपर से ताजा दूध पीने से अथवा 2 से 5 ग्राम गुड़ के साथ श्याम तुलसी के आधा से 1 ग्राम बीज खाने से शरीर में वीर्य की कमी नहीं होती है साथ लिंग पुष्ट रहता है.

(21)  अगर किसी व्यक्ति ने अत्यधिक हस्तमैथुन करके या अधिक स्त्री संभोग करके वीर्य को नष्ट या कम कर लिया हो उन्हें आवलें का सेवन से लाभ मिलता है, आवलें का 3 चम्मच ताज़ा रस और 2 चम्मच शहद को मिलाकर लेवें तथा कुछ समय बाद गाय का गर्म का दुध सेवन करने से शुक्राणु की वृद्धि होती है. लिंग फिर से मजबूत हो जाता है.

(22)  प्याज का एक चम्म्च ताजा रस निकलकर २ चम्म्च शायद में मिलकर सुबह शाम २१ दिन तक सेवन करने से लिंग की कमजोरी व नपुंसकता दूर हो जाती है.