परीक्षा में पढाई कैसे करे

परीक्षा में पढाई कैसे करे

मित्रो परीक्षा में पढाई कैसे करे Exam Study Tips in Hindi जिसके बारे में आपको अलग अलग से Tips लेनी पडती है जिससे आपका ध्यान एकाग्रचित हो सके | मुझे बहुत से छात्र पूछते है कि Padhai Kaise Kare जिससे Merit में आ जाए | कुछ छात्र पूछते है कि Study Kaise Kare कि प्रथम श्रेणी से पास हो जाए और कुछ छात्र केवल ये पूछते है कि Pareeksha Me Pass Kaise Ho Jaaye | ये तीन प्रकार के प्रश्न आपको भी सुनने को मिलते है जिससे आप समझ जायेंगे कि छात्र किस श्रेणी का है | इसके अलावा हबी आपके समक्ष कई प्रश्न होंगे जो ऐसे हो सकते है
 

  • मुझे सब कुछ आता है लेकिन नम्बर कम आते है ?
  • पढाई करने बैठता हु तो डर लगता है ?
  • पढाई करते वक़्त मेरा ध्यान भटकता रहता है ?
  • मैं पढना चाहता हु लेकिन कुछ पढ़ नही पाता हु
  • मुझे केवल पास होना है ?
  • मेरा क्लास में पढ़ाने वाले टीचर की पढाई समझ नही आती है ?
  • मै पढ़ता हु लेकिन परीक्षा में सब भूल जाता हु ?

वैसे ये सारे प्रश्न 12वी कक्षा से कम Class में पढने वाले छात्र पूछते है और उसके बाद के छात्र आत्म मंथन से पढ़ते है | मित्रो मेरा ऐसा मानना है कि 8वी तक Pass होने के लिए आपको कोई Study Tips की जरूरत नही होगी क्योंकि सामान्यत: आठवी कक्षा तक लगभग सभी छात्र Pass जो जाते है और उनके लिए Study Tips के भी कोई मायने नही होते है | 9वी कक्षा में आने के बाद सामान्यत:छात्र पढाई के प्रति सचेत हो जाता है और जो सचेत नही होता है उसके लिए वही प्रश्न उसके दिमाग में घूमता रहता है कि  Pareeksha Me Pass Kaise Ho Jaaye |
 
9वी कक्षा और 10वी कक्षा वाले छात्र यदि प्रतिदिन 3 घंटे भी मन लगाकर पढाई करे तो उनके लिए Merit में आना कोई बड़ी बात नही है | 9वी कक्षा में आने के बाद आपके दिमाग का स्वत: विकास होना शूरू हो जाता है और आप अपना Decision लेने में सक्षम हो जाते है | इसी कारण जिन छात्रों को अपनी स्थिथि का पता होता है वो अक्सर Coaching जाने लग जाते है | मित्रो मेरा ऐसा मानना है कि अगर कोई छात्र 9वी या 10वी कक्षा के लिए Coaching जाता है तो वो कमजोर छात्र है क्योंकि इन दो कक्षाओ में Coaching जाने की कतई आवश्यकता नही होती है |
 
10 वी कक्षा में आने के बाद छात्र का दिमाग ओर विकसित होता है जिससे उसके अंदर Decision लेने की क्षमता आ जाती है | 10वी कक्षा पास करने के बाद जो छात्र अपनी योग्यता को समझ लेता है वो सही दिशा में जाता है अन्यथा अधिकतर छात्र भेड़ चाल चलते है | 10 वी कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद एक विषय का चुनाव करना पड़ता है जिसमे आपको तीन लोग सुझाव देते है | पहले आपके माता-पिता , दुसरे आपके मित्र और तीसरे आप स्वयं |
 
माता-पिता अक्सर अपने बच्चो को उस क्षेत्र में देखना चाहते है जिसमे ज्यादा Development है भले ही वो विषय छात्र को अनुरूप ना लगे जिसके कारण कई छात्रों का शैक्षणिक विकास यही रुक जाता है | जैसे अधिकतर माता-पिता चाहते है कि उनका बेटा इंजिनियर या डॉक्टर बने इसके लिए वो अपने बच्चो को Science Stream दिला देते है जबकि छात्र उस क्षेत्र में अपना विकास नही कर पाटा है | मै एक अपने ही परिवार का उदाहरन आप लोगो को देना चाहता हु कि मेरा Cousin है जो बचपन से ही पढाई में कमजोर रहा |
 
मेरे Uncle ने भी उसे Science में विकास को देखते हुए और परिवार के अन्य बच्चो को इस क्षेत्र में विकास क्र्रते देख Science दिलवा दी लेकिन उसने बड़ी मुशिकल से Science Stream केवल Passing Marks से उतीर्ण की | मैंने उससे पूछा तो उसने साफ़ साफ़ कहा था कि “पापा ने जबरदस्ती साइंस दिला दी , मै तो आर्ट्स लेना चाहता था ” | ऐसे आपको कई उदाहरण आपके आस पास मिल जायेंगे |
 
10वी उतीर्ण करने के बाद हम दुसरी गलती ये भी कर सकते है कि हम भीड़ चाल में चले | जैसे अगर मेरे 10 मित्रो में से 8 ने Science या Commerce ली तो मै भी Science या Commerce ही लूँगा भले ही इन दोनों विषयों में मेरी रूचि नही है | इसका पहला कारण आपके मित्र आपके दिमाग को साइंस या कॉमर्स के बारे में ब्रेनवाश कर देते है जिससे आपको इन दो विषयों के अलावा कुछ नही दीखता है | दूसरा कारण वो आपका पक्का मित्र है जिससे आप उसका साथ नही छोड़ना चाहते है और सोचते है कि साथ साथ स्कूल जायेंगे और ऐश करेंगे |जो छात्र 10 वी उतीर्ण करने के बाद इतना सक्षम हो जाता है कि अपना फैसल खुद ले सके तो उसको जीवन में आगे कीसी भी व्यक्ति की राय की जरूरत नही होती है |
 
11वी और 12 वी में Padhai Kaise Kare ये आपके द्वारा लिए गये विषय पर निर्भर करता है | जैसे Science के छात्र को प्रतिदिन 4 घंटे पढना जरुरी है , Commerce के छात्र को 2 घंटे प्रतिदिन पढ़ना जरुरी है और Arts के छात्र केवल परीक्षा के 1 महीने पहले पढना शूरू करे तो भी अच्छे अंको से उतीर्ण हो सकते है | Science में दो शाखाये होती है PCM और PCB | PCM मतलब Physics , Chemistry and Maths और PCB का मतलब Physics , Chemistry and Biology होता है | Science के छात्रों के लिए Regularity बहुत आवश्यक है क्योकि अगर वो सत्र की शुरुवात से पढाई नही करेगा तो परीक्षा के समय आप कवर नही कर पायेंगे |
 
साइंस के छात्रों को मेरा सुझाव है कि आप भले दिन में कीसी भी एक विषय को पढ़े लेकिन आपको उसके बारे में Concept क्लियर हो जाना चाहिए क्योंकि आप साइंस में कितना ही पढ़ ले लेकिन जिनके concept क्लियर नही उनके लीये Merit तो दूर की बात है प्रथम श्रेणी में अना भी मुश्किल जो जाएगा | मै स्वयं इसका भुगतभोगी हु कि मैंने Chemistry और Biology में तो Concept क्लियर कर लिए थे लेकिन Physics में मेरे Concept क्लियर नही थी जबकि इसी विषय में मै कोचिंग भी गया था जिसके परिणामस्वरुप इसी विषय में मेरे सबसे कम नम्बर आये थे | 12 के साइंस के छात्रों को एक ही Exam Study Tips है कि जो भी पढ़े उसका Concept जरुर क्लियर करे और समझ नही आवे तो अपने अध्यापको से पूछे |
 
कॉमर्स के बारे में मै ज्यादा नही बता सकता क्योंकि मै स्वयं कॉमर्स से तो नही हु लेकिन मेरे अधिकतर मित्र कॉमर्स से थे जिनमे से कुछ मित्र ही CA बन पाए है | मैंने अपने उन्ही मित्रो से Success मन्त्र पूछा तो उन्होंने बताया था कि उन्होंने बताया कि आपको theoretical के साथ Practical भी ज्यादा ध्यान देना होगा | कॉमर्स के छात्र अगर प्रतिदिन 2 घंटा मन लगाकर पढ़े तो वो आसनी से मेरिट में आ सकते है | Arts के छात्रों को Study Tips बताने की आवश्यकता नही है क्योंकि मेरा ऐसा मानना है कि Arts लेने वाले अधिकतर छात्रों का उद्देश्य Graduate होना या सरकारी परीक्षाओ की तैयारी करना होता है | आर्ट्स विषय के मेरे कई मित्रो ने केवल परीक्षा के दिनों में पढाई कर 80 प्रतिशत से उपर नम्बर ला चुके है |

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