प्राणायाम के नियम

प्राणायाम के लाभ और कैसे करे

प्राणायाम  के लाभ

प्राण का अर्थ, ऊर्जा अथवा जीवनी शक्ति है तथा आयाम का तात्पर्य ऊर्जा को नियंत्रित करनाहै। इस नाडीशोधन प्राणायाम के अर्थ में प्राणायाम का तात्पर्य एक ऐसी क्रिया से है जिसके द्वारा प्राण का प्रसार विस्तार किया जाता है तथा उसे नियंत्रण में भी रखा जाता है.

यहाँ 3 प्रमुख प्राणायाम के बारे में चर्चा की जा रही है:-

अनुलोम-विलोम प्राणायाम

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प्राणायाम से दूर होते हैं ये रोग

प्राणायाम से दूर

 चरक ने वायु को मन का नियंता एवं प्रणेता माना है। आयुर्वेद अनुसार काया में उत्पन्न होने वाली वायु है उसके आयाम अर्थात निरोध करने को प्राणायाम कहते हैं। आओ जानते हैं कैसे करें प्राणायाम और कौन-सा रोग मिटेगा प्राणायाम से...

प्राणायाम के पांच फायदे जानना जरूरी

प्राणायाम की शुरुआत : प्राणायाम करते समय 3 क्रियाएं करते हैं- 1.पूरक, 2.कुंभक और 3.रेचक। इसे ही हठयोगी अभ्यांतर वृत्ति, स्तम्भ वृत्ति और बाह्य वृत्ति कहते हैं। Read More : प्राणायाम से दूर होते हैं ये रोग about प्राणायाम से दूर होते हैं ये रोग

श्वास सजगता : प्राणायाम पूर्वतयारी

श्वसन ही शरिरात जन्मापासून मृत्यूपर्यंत अखंड सुरू असलेली क्रिया आहे. या क्रियेतील श्वास किंवा पूरकाच्या द्वारे हवेतील प्राणवायूच्या स्वरूपात शरिराला उर्जेचा पुरवठा होतो आणि प्रश्वास किंवा रेचकाद्वारे शरिरातील सूक्ष्म मळ असलेल्या रक्तातील कर्बाम्लवायूचे निष्कासन होते.
वातावरणातील हवा शरिरातील श्वसन यंत्रात प्रवेश करण्यासाठी श्वासनलिकेतला हवेचा दाब (758 mm hg) वातावरणातल्या हवेच्या दाबापेक्षा (760mm hg) कमी असतो, त्यामुळे हवा जास्त दाबाकडून कमी दाबाकडे या नियमाप्रमाणे वातावरणातून श्वासनलिकेत प्रवेश करते.
श्वसन प्रक्रिया
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प्राणायाम दो शब्द प्राण एवं आयाम से मिलकर बना है

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प्राण शब्द जीवन का पर्यायवाची है जब तक शरीर में प्राण हैं तब तक जीवन है और जैसे ही प्राण शरीर को छोड़ देते हैं शरीर मृत्यु पर हो जाता है यहां प्राण का तात्पर्य प्राणवायू से है उपनिषद एक मान्यता के अनुसार जब प्यारी संसार में आता है तो वह निश्चित मात्रा में स्वास्थ्य लेकर आता है और उतनी ही स्वास्थ्य तक जीवित रहता है यह सत्य है कि प्राणी का जीवन 19 वर्षों तक ही सीमित है प्राणी अपने शरीर की रचना के अनुसार ही श्वास तेजी अधीर ग्रहण करता है कुछ प्राणी श्वास बहुत धीरे धीरे ग्रहण करते हैं और कुछ लंबी आयु के होते हैं तो कुछ प्यारी श्वास तेजी से ग्रहण करने के कारण अल्पायु ही प्राप्त करते हैं इस प्राण Read More : प्राणायाम दो शब्द प्राण एवं आयाम से मिलकर बना है about प्राणायाम दो शब्द प्राण एवं आयाम से मिलकर बना है