क्या डॉलर-रुपया फ्यूचर्स का मतलब जानते हैं आप?

क्या आपने डॉलर-रुपया फ्यूचर्स के बारे में सुना है? दरअसल, यह पहले से तय कीमत पर भविष्य में रुपये के मुकाबले डॉलर खरीदने या बेचने की सुविधा देता है. इसका इस्तेमाल आयातकों और निर्यातकों सहित कई लोग करते हैं. आइए यहां इसकी मुख्य बातें जानते हैं. प्रश्न: डॉलर-रुपया फ्यूचर्स क्या है? उत्तर: डॉलर-रुपया फ्चूचर्स एक तरह का कॉन्ट्रैक्ट है, जो आपको पहले से तय कीमत पर भविष्य में (रुपये के मुकाबले) डॉलर खरीदने या बेचने का मौका देता है. प्रश्न: डॉलर-रुपया फ्यूचर्स के सौदे कहां होते हैं? उत्तर: इनका कारोबार NSE, BSE और MSE जैसे एक्सचेंजों पर होता है. इनका कारोबार ब्रोकर के जरिए होता है. आपको ब्रोकर के पास ट्रेडिंग खाता खुलवाना पड़ता है. इस सौदे का सेटलमेंट रुपये में होता है. हर महीने के अंतिम कारोबारी दिवस के दो दिन पहले इस सौदे की एक्सपायरी होती है. इस तरह मार्च की एक्सपायरी तारीख 27 मार्च होगी.

 

प्रश्न: यह काम कैसे करता है? 

उत्तर: मान लीजिए कि आपको लगता है कि डॉलर में तेजी आएगी. ऐसे में आप मार्च कॉन्ट्रैक्ट 69 के भाव पर खरीद लेते हैं. इस कॉन्ट्रैक्ट का आकार 1,000 अमेरिकी डॉलर होता है.

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