ब्राज़ील के राज्य साओ पॉलो में तीन लोगों के एक ही छत के नीचे पार्टनर्स के तौर पर रहने को वैध ठहराए जाने से बड़ा विवाद खड़ा हो गया है.
साओ पॉलो में एक पब्लिक नॉटरी क्लॉदिया दो नेस्क्रिमेंतो दोमिंगेज ने कहा कि इस एक पुरुष और दो महिलाओं को वो सभी अधिकार मिलने चाहिए जो एक परिवार को मिलते हैं.
उनका कहना था कि क़ानून में ऐसा कुछ नहीं है जो इसके खिलाफ हो.
लेकिन इस फैसले का धार्मिक संगठनों ने विरोध किया है और एक वकील ने इसे “बेतुका और पूरी तरह से गैरकानूनी” बताया है.
कानूनी रोक नहीं
जिन तीन लोगों के बारे में फैसला सुनाया गया वो पिछले तीन साल से साथ रह रहे हैं और घर के खर्च को साथ मिलकर बांट रहे हैं.
दोमिंगेज ने कहा कि तीनों ने बैंक में संयुक्त खाता खोला है जिसपर कानून कोई रोक नहीं लगाता है.
ग्लोबो टीवी के अनुसार तीनों के ‘मिलन’ पर तीन महीने पहले ही औपचारिक मुहर लग गई थी लेकिन लोगों को इसकी जानकारी अब मिली है.
इस फैसले का मसौदा तैयार करने वाले एक जज ने कहा कि फैसले के पीछे ये विचार प्रमुख था कि किसी एक पार्टनर की मौत या फिर उसके अलग होने पर उनके अधिकारों की रक्षा की जा सके.
दोमिंगेज ने कहा कि इस फैसले से इस बात पर रौशनी पड़ती है कि ‘परिवार’ की धारणा बदल गई है.
'बेतुका फैसला'
"हम सिर्फ उस स्थिति को स्वीकार कर रहे हैं जो हमेशा से मौजूद रही है. हमने कुछ नया इजाद नहीं किया है. ये जरूरी नहीं है कि जिसे हम पहले परिवार मानते थे सिर्फ वहीं आज भी परिवार माना जाएगा."
लेकिन एक वकील रेगिना बिएट्रिस टैवेरेस दा सिल्वा ने बीबीसी से कहा - "ये फैसला बेतुका और गैर-कानूनी है और ब्राज़ील के संस्कारों और मूल्यों के खिलाफ है."
इस फैसले का कुछ धार्मिक संगठनों ने भी विरोध किया है.
जहां दोमिंगेज ने इस मिलन को कानूनी स्वीकृति दी है, अभी ये साफ नहीं है कि बाकी अदालत और बीमा देने वाली कंपनियां इसे मानती हैं या नहीं.