बारिश के लिए है आपका स्मार्टफोन?

बारिश के लिए है आपका स्मार्टफोन?

आजकल कुछ महंगे और सस्ते स्मार्टफोन के विज्ञापन वाटर रेसिस्टेंट और वाटर प्रूफ कह कर बेचे जा रहे हैं.

एक टेलीविज़न विज्ञापन में तो स्मार्टफोन पानी में गिर जाता है और उसके बाद उसे उठा कर बातचीत आगे बढ़ा दी जाती है.

बारिश का मौसम है इसलिए ये समझना ज़रूरी है कि वाटर रेसिस्टेंट और वाटर प्रूफ के नाम से बिकने वाले स्मार्टफोन से आपको क्या उम्मीद करनी चाहिए.

अगर आप पानी में डूबने से ख़राब नहीं होने वाले स्मार्टफोन का इंतज़ार कर रहे थे तो वो इंतज़ार अभी काफी लंबा हो सकता है, क्योंकि कोई भी आम इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस वाटर प्रूफ नहीं होता है. स्मार्टफोन भी नहीं.

वाटरप्रूफ का मतलब है पानी उस डिवाइस में नहीं घुस सकता है. कंस्यूमर टेक्नोलॉजी में कोई भी ऐसा डिवाइस नहीं है जो ये साबित कर सकता है.

अगर पानी के अंदर ली गई तस्वीर किसी विज्ञापन में देख कर आप स्मार्टफोन को ख़रीदते हैं और ख़ुद वैसी ही तस्वीर लेना चाहते हैं तो ज़रा सावधान ही रहिएगा.

स्मार्टफोन के लिए तरह तरह के टेस्ट किए जाते हैं और डिवाइस पर 'IPXX' लिखा दिखाई देगा.

यहां पर XX एक रेटिंग है जो कंपनियां लिखती है. ये रेटिंग पानी से होने वाले टेस्ट के रिजल्ट के आधार पर दी जाती है.

पहला अंक धूल से बचने की रेटिंग है जिसकी सबसे बढ़िया क्वालिटी के लिए '6' लिखा होगा.

दूसरा अंक पानी के टेस्ट की रेटिंग है. ये '1' से शुरू होता है और इसमें '9' सबसे ऊपर की रेटिंग है.

ये संख्या '1' से जितना ज़्यादा होगी, स्मार्टफोन पानी से बचने में उतना ज़्यादा सक्षम होगा. मिसाल के तौर पर, सैमसंग गैलेक्सी एस7 की रेटिंग है'IP68'.

ऐसे टेस्ट अक्सर लैब में किए जाते हैं और स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वाले लोग स्विमिंग पूल, नदी और समुद्र के किनारे भी जाते हैं जहां उनका स्मार्टफोन पानी में गिर सकता है.

तीनों जगह का पानी अलग होता है और हो सकता है स्मार्टफोन स्विमिंग पूल के पानी में खराब नहीं हो लेकिन समुद्र के खारे पानी से खराब हो जाए.

पानी के अंदर टचस्क्रीन को काम करने में दिक्कत होती है. हो सकता है वो काम नहीं भी करे. अगर स्टार्ट करने वाले बटन में पानी घुस गया तो हो सकता है स्मार्टफोन स्टार्ट भी नहीं होगा.

इसीलिए ये समझने का है कि वाटरप्रूफ पानी से सुरक्षा के लिए बनाया गया है जिससे थोड़ी बहुत बारिश या उसपर पानी या दूसरे तरल पदार्थ गिरने से वो बचाया जा सके.

अगर स्मार्टफोन या टैबलेट पर पानी गिर जाए तो उसे सुरक्षित रखने के लिए आप यहां पढ़ सकते हैं.

Vote: 
No votes yet

विज्ञान एवं तकनीकी

विज्ञान एवं तकनीकी Total views Views today
जगदीश चतुर्वेदीः 18 मशीनें आविष्कार करने वाला भारतीय डॉक्टर 1,559 7
'भारतीय एशिया के सबसे बड़े भुलक्कड़, कैब में टीवी तक भूल जाते हैं लोग' 950 7
इस ग्रह पर मिला पानी, जीवन भी मिलेगा? 1,711 6
जब पृथ्वी पर अधिकतर प्रजातियां नष्ट हो गईं... 4,702 6
सेक्स रॉफ्टः जब 101 दिनों तक नाव पर कैद रहे 11 लोग 2,434 6
नदी में बसे सहस्त्रलिंगो का रहस्य 5,048 6
जीमेल ने शुरू की ब्लॉक व अनसब्सक्राइब सेवा 4,086 6
फेसबुक के लिए फ्री इंटरनेट ऐप लाया रिलायंस 3,079 6
क्या शुक्र ग्रह में कभी इंसान रहते थे ? जानिए शुक्र ग्रह के इतिहास को 2,571 6
बढती ऊम्र की महिलाएं क्यों भाती है पुरूषों को- कारण 3,506 6
क्या हुवा जब Nasa ने एक बंदर को Space मे भेजा ? 1,740 6
नेगेटिव ब्लड ग्रुप वाले सभी लोग एलियन्स के वंशज है? 4,578 6
अब आसान नहीं झूठ बोलना ! 1,822 6
तेज़ी से पिघल रहा है ग्लेशियर 1,693 2
ख़तरनाक सुपरबग की सूची जारी 7,242 2
दुनिया का पहला डुएल फ्रंट कैमरा युक्‍त स्मार्टफोन 3,053 2
व्हाट्सऐप बना सिर दर्द मोबाइल कंपनियों के लिए 4,192 2
रक्तचाप को संतुलित रखने में शिक्षा की भूमिका अहम है. 921 2
शव क़ब्रों से क्यों निकाल रहे हैं लोग? 4,456 2
लार्ज हेड्रान कोलाईडर 8,002 2
स्मार्टफ़ोन है तो लिखने की ज़रुरत नहीं 3,931 2
मंगल ग्रह पर बहते पानी के सबूत: नासा 4,692 2
यदि आपका ब्लड ग्रुप नेगेटिव है, तो .... 5,099 2
हिमालय में आ सकता है एम 8 तीव्रता का भूकंप 3,823 2
भूकंप और सुनामी की चेतावनी देने वाला नया उपकरण 4,300 2