दिमाग की बत्ती जलाएंगे ये आसान उपाय

कितनी भी तैयारी कर लें लेकिन परीक्षा के दौरान आता हुआ जवाब भूल जाते हैं या फिर कोई भी काम करते वक्त उस पर ज्यादा देर तक ध्यान लगाना आपके लिए बेहद मुश्किल होता है? याददाश्त से जुड़ी कई समस्याएं हैं जिन्हें हम महसूस तो करते हैं पर इनका उपचार क्या है, समझ नहीं पाते। ऐसे में दिमाग तेज करने और याददाश्त ठीक रखने के लिए ये सात आसान उपाय आपके लिए बेहद मददगार साबित हो सकते हैं।

 

सिर्फ आठ सेकंड का फोकस

यह याददाश्त बढ़ाने के लिए बेहद आसान और छोटी सी एक्सरसाइज है जिसे आप कहीं भी और कभी भी कर सकते हैं। किसी भी घटना या खुद से जुड़ी बात को याद करें और उस पर कम से कम आठ मिनट तक ध्यान केंद्रित करें। यह विधि याददाश्त बढ़ाने में बहुत कारगर है। ‌

 

याददाश्त को करें 'रीस्टार्ट'

कई बार कमरे में घुसने के बाद याद ही नहीं आता कि हम किस काम के लिए आए थे। मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि इसके पीछे वजह यह है कि चौखट पार करने के दौरान कई बार मस्तिष्क के प्रोग्राम कंप्यूटर की तरह ही रीस्टार्ट हो जाते हैं। ऐसे में वापस लौटते वक्त अगर आप इस बात पर जोर देंगे कि आपके पास किस चीज की कमी है और आपको क्या चाहिए तो इसे याद करना आसान हो जाएगा।

 

मुट्ठी भींचें

अगर काम के दौरान आप आजकल छोटी-छोटी बातें कुछ ज्यादा ही भूल रहे हैं तो इन्हें याद रखने का आसान तरीका है। कुछ याद करते वक्त आप अपने हाथों की मुट्ठी बनाएं और जितना हो सके उतना भींचें। अगर आप दाएं हाथ का अधिक इस्तेमाल करते हैं तो दाएं हाथ की मुट्ठी कसें और अगर आप बाएं हाथ का अधिक इस्तेमाल करते हैं तो बाएं हाथ की मुठ्ठी भींचें। कम से कम 45 सेकंड तक इसे करें।

 

अच्छी नींद लें

आपकी नींद और याददाश्त का गहरा संबंध है क्योंकि सोते वक्त दिमाग खुद को रीसेट करता है जिससे नींद खुलने पर सभी सूचनाओं को याद रख सके। अगर नींद ढंग से न ली जाए तो याददाश्त कमजोर होने लगती है।

 

लिखने की शैली बदलें

आप जो कुछ भी अखबारों या किताबों में पढ़ते हैं, उसमें महत्वपूर्ण लगने वाले तथ्यों के नोट्स बनाते वक्त ध्यान रखें कि उनकी लिखावट अलग हो। अक्षर थोड़े बढ़े हों या अलग रंग की कलम से लिखे हों। इससे जरूरी बातें लंबे समय तक याद रहती हैं।

 

च्वीइंग गम

कई शोधों में यह प्रमाणित हो चुका है कि 20 से 30 मिनट तक च्वीइंग गम चबाने से दिमाग तेज काम करता है। अगर च्वीइंग गम आपको पसंद नहीं है तो बिना च्वीइंग गम खाते ही मुंह चलाने का अब्यास भी उतना ही फायदेमंद है।

 

डूडल बनाएं

अक्सर बोरिंग लेक्चर के दौरान या फिर घंटों तक चलने वाली मीटिंग के दौरान कई लोग कलम से कागज पर तरह-तरह की आकृतियां बनाकर टाइमपास करते हैं। इसके लिए आपको भले ही कई बार डांट सुननी पड़ी हो लेकिन शोधों में यह माना गया है कि इस दौरान दिमाग अधिक सक्रिय रहता है और बीती बातों को याद रखने की उसकी क्षमता 29 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।