बनें मेमरी के मास्टर

बनें मेमरी के मास्टर

इसे कहीं देखा तो है, पर नाम याद नहीं आ रहा! अरे, मोबाइल कहां रख दिया, याद नहीं आ रहा! मेमरी बेकार हो गई है... ऐसी बातें बोलते हुए आपने अक्सर लोगों को सुना होगा। इसका मतलब यह नहीं कि उन्हें कोई मेमरी प्रॉब्लम है। दरअसल, फोकस न होने और ध्यान कहीं और होने की वजह से ऐसा होता है। आप चाहें तो अपनी मेमरी को और निखार सकते हैं। कैसे, एक्सपर्ट्स की मदद से बता रही हैं प्रियंका सिंह:

अक्सर लोगों को लगता है कि हम भूल रहे हैं, लेकिन असल में यह मेमरी लॉस नहीं होता। इसकी वजह अब्सेंट-माइंडेडनेस (दिमाग का वहां न होना) और एंग्जाइटी (बेचैनी या उतावलापन) होता है। मेमरी का फंडा है रेकॉर्ड, स्टोर और फिर री-प्ले। अगर रेकॉर्ड ही नहीं हुआ, तो री-प्ले कैसे होगा। इसलिए अगर किसी चीज को याद रखना चाहते हैं तो सबसे पहले उस पर पूरा ध्यान लगाएं, गौर से सुनें-देखें और फिर दिमाग में बिठाएं। फिर वह आपके दिमाग से निकलेगी नहीं।

1. दिमागी तौर पर ऐक्टिव रहें
 
शरीर को फिट रखने के लिए जिस तरह फिजिकल एक्सर्साइज की जरूरत होती है, वैसे ही दिमाग को मेंटल एक्सर्साइज की। दरअसल, हमारे शरीर का मैकनिजम मेमरी पर काम करता है। दिल हमारे शरीर को जिस तरह ब्लड की सप्लाई करता है, उसी तरह दिमाग सेल्स के साथ कम्यूनिकेट करता है। ब्रेन और सेल्स का कनेक्शन जितना हेल्दी होगा, सिग्नल उतनी ही तेजी से आएंगे और जाएंगे। उतना ही दिमाग और मेमरी बेहतर काम करेंगे। मेमरी बेहतर करने के लिए :

- दिमाग को ऐक्टिव रखने वाली ऐक्टिविटीज जैसे कि पजल्स, क्रॉसवर्ड्स, सुडोकू आदि रेग्युलर तौर पर सॉल्व करें।

- दोस्तों के साथ या अकेले भी चेस खेलें। कंप्यूटर पर भी ऐसे तमाम गेम्स हैं, जिनसे आप खेल-खेल में अपनी मेमरी बढ़ा सकते हैं।

- अखबार के उस हिस्से को पढ़ें, जिसे आप आमतौर पर नजरअंदाज कर देते हैं।

- ड्राइव करते हुए ऑल्टरनेट रूट अपनाएं।

- कोई म्यूजिकल इंस्टूमेंट बजाना या फॉरन लैंग्वेज सीखें।

2. नया करें

- हमेशा कुछ-न-कुछ नया करें। कुछ ऐसा, जो आपने पहले न किया हो। हफ्ते में एक नया काम या चीज जरूर करें या सीखें।

- यह काम या जानकारी आपकी पसंद की होनी चाहिए।

3. मेल-जोल बढ़ाएं

- अकेले न रहें। नियमित रूप से सोशलाइज करें। परिवारजनों और दोस्तों से मिलें।

- अगर आपके रिश्तेदार या दोस्त पास में नहीं हैं तो कोई क्लब, कम्यूनिटी या ऑर्गनाइजेशन जॉइन कर लें। वहां अपने इंट्रेस्ट के लोगों के साथ टाइम बिताएं।

- लोगों से मेलजोल टेंशन, डिप्रेशन के अलावा अल्टशाइमर्स जैसी बीमारियों से बचाता है, जो मेमरी लॉस की बड़ी वजहें हैं।

- ऑनलाइन सोशल नेटवर्किंग भी टाइम पास करने का एक तरीका है। हालांकि यह किसी से सामने से मिलने-जुलने के बराबर अच्छा नहीं है। यहां आपको किसी पर भी भरोसा करने से पहले थोड़ा सोचना होगा। साथ ही, इसे हमेशा चेक करने के बजाय इसके लिए एक वक्त तय करें।

4. ऑर्गनाइज्ड बनें

- आमतौर पर चीजें फैली हों तो हम उन्हें जल्दी भूल जाते हैं। चीजों जैसे कि मोबाइल, चाबी, डायरी, पर्स आदि के लिए एक जगह तय करें और उन्हें वहीं पर रखें।

- अपने काम, अपॉइंटमेंट, इवेंट्स आदि को डायरी, प्लैनर या कैलेंडर में लिखकर रखें।

5. मल्टि-टास्किंग को ना

- एक बार में बहुत सारे काम न करें। आप जो जानकारी हासिल करना चाहते हैं, अगर उसी पर फोकस करेंगे तो वह आपको जरूर याद रहेगी। एक बार में कई जगह ध्यान होगा तो याद करने में मुश्किल आएगी।

6. विजुअलाइज करें

- विजुअलाइजेशन भी दिमाग की एक्सर्साइज का अच्छा तरीका है। आप जब भी जाम में फंसे हों, अपॉइंटमेंट के लिए इंतजार कर रहे हों या सोने की तैयारी कर रहे हों तो अपने बचपन से कोई घटना या जगह को सोचें। अपना कमरा, क्लास, कार... कुछ भी। इससे दिमाग ऐक्टिव होता है और तनाव से मुक्ति मिलती है।

7. अच्छी नींद और डाइट

- रोजाना 7-8 घंटे सोने से मेमरी अच्छी रहती है।

- तय करें कि आपकी रोजाना खुराक में फल, हरी सब्जियां और कार्बोहाइड्रेट हों। सुबह पेट भरकर फल खाएं तो अच्छा है। ऐसी चीजें खाएं, जिनमें ओमेगा थ्री फैटी ऐसिड्स हों जैसे कि नट्स, फ्लैक्स सीड्स, बादाम आदि। रोजाना 8-9 गिलास पानी भी पीएं।

8. रोजाना एक्सर्साइज

- रेग्युलर एक्सर्साइज करने से दिमाग समेत पूरे शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन होता है।

- हफ्ते में 150 मिनट (ढाई घंटे) की मीडियम अरोबिक एक्सर्साइज जैसे कि ब्रिस्क वॉक और 75 मिनट (सवा घंटे) की भारी ऐरोबिक एक्सर्साइज जैसे कि जॉगिंग या साइकलिंग करें। ब्रिस्क वॉक का मतलब 30 मिनट में 3 किमी चलना है। अगर लगातार वक्त नहीं मिलता तो इसे दिन भर में 10-10 मिनट में बांटकर कर लें।

- मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग जैसी यौगिक क्रियाएं भी दिमाग को दुरुस्त रखने में मददगार है।