संपर्क : 7454046894
गणित के सुंदर सूत्र, जैसे कोई संगीत जैसे कोई कविता

गणित को सबसे कठिन माना जाता है लेकिन एक ताज़ा शोध में पता चला है कि गणित के सूत्र में मौजूद अंकों और अक्षरों का जटिल सिलसिला मस्तिष्क में आनंद की वैसी ही अनुभूति पैदा करता है, जैसी एक शानदार कलाकृति को देखकर या महान संगीतज्ञों का संगीत सुनकर पैदा होती है,
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में ब्रेन स्कैनिंग के दौरान कुछ गणितज्ञों को 'अप्रिय' और 'सुंदर' समीकरणों को दिखाया गया.
शोधकर्ताओं ने पाया कि कला को सराहने में मस्तिष्क का जो हिस्सा सक्रिय होता है वही हिस्सा 'सुंदर' गणित से उत्प्रेरित होता है.
शोधकर्ताओं का कहना है कि सुंदरता के न्यूरोबायोलाजिकल कारण हो सकते हैं.
हालांकि यूलर और पाइथागोरस के गणितीय सूत्रों को शायद ही कभी मोजार्ट, शेक्सपियर और वॉन गॉग के समानांतर रखा जाता है.
फ्रन्टियर्स इन ह्यूमन न्यूरोसाइंस में प्रकाशित इस अध्ययन में 15 गणितज्ञों को गणित के 60 सूत्र दिए गए थे.
शोधकर्ता प्रो. समीर जकी ने बीबीसी को बताया, ''एक समीकरण को देखने में मस्तिष्क का एक बड़ा हिस्सा सक्रिय होता है, लेकिन जब कोई 'सुंदरतम' सूत्रों को देखता है तो भावनात्मक मस्तिष्क वैसे ही सक्रिय हो जाता है जैसे किसी सुंदर तस्वीर को देखने या सुकूनदायक गाने को सुनने पर होता है.''
यह हिस्सा होता है मस्तिष्क के बीच स्थित आर्बिटो फ्रंटल कार्टेक्स.
सबसे सुंदर फार्मूला
इमेज कॉपीरइटSPL
ब्रेन स्कैन से पता चला है कि जो गणितीय सूत्र जितने अधिक 'सुंदर' आंके गए थे, वे उतना ही अधिक मस्तिष्क हलचल पैदा करने में सफल रहे.
शायद पहली बार देखने वालों के लिए यूलर के गणितीय फार्मूले में इतनी सुंदरता न दिखे लेकिन अध्ययन में पता चला है कि गणितज्ञों का यह सबसे पसंदीदा रहा.
इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमेटिक्स एंड इट्स अप्लीकेशन से जुड़े प्रोफेसर डेविड पर्सी का भी यही पसंदीदा फार्मूला है.
वो बताते हैं, ''यही असली क्लासिक है और आप इससे बेहतर कुछ और नहीं कर सकते.''
वे कहते हैं, ''यह देखने में जितना ही सामान्य सा है उतना ही अथाह है. इसमें पांच महत्वपूर्ण गणितीय नियतांक हैं- शून्य, 1, ई, पाई और आई (बुनियादी काल्पनिक नंबर).''
इस सूत्र में गणित के तीन मूल क्रियाएं शामिल हैं, योग, गुणन और घातांक.
वे कहते हैं, ''शुरू में आपको इसकी जटिलता का आभास नहीं होगा. इसका धीरे-धीरे असर होता है. उसी तरह जैसे आप संगीत सुन रहे हों लेकिन जब इसकी संभावना से आप रूबरू होंगे, अचानक ही आप हैरत में पड़ जाएंगे.''
इस अध्ययन में श्रीनिवास रामानुजन के गणितीय सूत्र (इनफाइनाइट सिरीज) और रीमैन के फंक्शनल इक्वेशन को सबसे अप्रिय सूत्रों में शुमार किया गया है.
अडाना | अभोगी कान्ह्डा | अल्हैया बिलावल | अल्हैयाबिलावल | अहीर भैरव | अहीरभैरव | आनंदभैरव | आसावरो | ककुभ | कलावती | काफ़ी | काफी | कामोद | कालिंगड़ा जोगिया | कीरवाणी | केदार | कोमल-रिषभ आसावरी | कौशिक कान्हड़ा | कौशिक ध्वनी (भिन्न-षड्ज) | कौसी | कान्ह्डा | खंबावती | खमाज | खम्बावती | गारा | गुणकली | गुर्जरी तोडी | गोपिका बसन्त | गोरख कल्याण | गौड मल्हार | गौड सारंग | गौड़मल्लार | गौड़सारंग | गौरी | गौरी (भैरव अंग) |चन्द्रकान्त | चन्द्रकौन्स | चारुकेशी | छाया-नट | छायानट | जयजयवन्ती | जयतकल्याण | जलधर | केदार | जेजैवंती | जेतश्री | जैत | जैनपुरी | जोग | जोगकौंस | जोगिया | जोगेश्वरी | जौनपुरी | झिंझोटी | टंकी | तिलंग | तिलंग बहार | तिलककामोद | तोडी | त्रिवेणी | दरबारी कान्हड़ा | दरबारी कान्हडा | दीपक | दुर्गा | दुर्गा द्वितीय | देव गन्धार | देवगंधार | देवगिरि बिलावल | देवगिरी | देवर्गाधार | देवश्री | देवसाख | देश | देशकार | देस | देसी | धनाश्री | धानी | नंद | नट भैरव | नट राग | नटबिलावल | नायकी कान्ह्डा | नायकी द्वितीय | नायकीकान्हड़ा | नारायणी | पंचम | पंचम जोगेश्वरी | पटदीप | पटदीपकी | पटमंजरी | परज | परमेश्वरी | पहाड़ी | पीलू | पूरिया | पूरिया कल्याण | पूरिया धनाश्री | पूर्याधनाश्री | पूर्वी | प्रभात | बंगालभैरव | बड़हंससारंग | बसन्त | बसन्त मुखारी | बहार | बागेश्री | बागेश्वरी | बिलावल शुद्ध | बिलासखानी तोडी | बिहाग | बैरागी | बैरागी तोडी | भंखार | भटियार | भीम | भीमपलासी | भूपाल तोडी | भूपाली | भैरव | भैरवी | मधमाद सारंग | मधुकौंस | मधुवन्ती | मध्यमादि सारंग | मलुहा | मल्हार | मांड | मारवा | मारू बिहाग | मालकौंस | मालकौन्स | मालगुंजी | मालश्री | मालीगौरा | मियाँ की मल्लार | मियाँ की सारंग | मुलतानी | मेघ | मेघ मल्हार | मेघरंजनी | मोहनकौन्स | यमन | यमनी | रागेश्री | रागेश्वरी | रामकली | रामदासी मल्हार | लंका-दहन सारंग | लच्छासाख |ललिट | ललित | वराटी | वसंत | वाचस्पती | विभाग | विभास | विलासखानी तोड़ी | विहाग | वृन्दावनी सारंग | शंकरा | शहाना | शहाना कान्ह्डा | शिवभैरव | शिवरंजनी | शुक्लबिलावल | शुद्ध कल्याण | शुद्ध मल्लार | शुद्ध सारंग | शोभावरी | श्याम | श्याम कल्याण | श्री | श्रीराग | षट्राग | सरपर्दा | सरस्वती | सरस्वती केदार | साजगिरी | सामंतसारंग | सारंग (बृंदावनी सारंग) | सिंदूरा | सिंधुभैरवी | सिन्धुरा | सुघराई | सुन्दरकली | सुन्दरकौन्स | सूरदासी मल्हार | सूरमल्लार | सूहा | सैंधवी | सोरठ | सोहनी | सौराष्ट्रटंक | हंसकंकणी | हंसकिंकिणी | हंसध्वनी | हमीर | हरिकौन्स | हामीर | हिंदोल | हिन्डोल | हेमंत |हेमकल्याण | हेमश्री |