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रोटी या ब्रेड, क्या है ज्यादा सेहतमंद?

ब्रेड और रोटी की तुलना अक्सर ही सभी घरों में होती है, लेकिन ब्रेड की तुलना में रोटी को अधिक स्वास्थ्यवर्द्धक माना जाता है
स्वास्थ्यवर्द्धक रोटी या ब्रेड!
घर की बनी रोटी खाने में अक्सर बच्चे नाटक करते है। वहीं बाजार में मिलने वाली विभिन्न प्रकारों की वैराइटी की ब्रेड उन्हें लुभाती है। लेकिन वो रोटी और ब्रेड के बीच के अंतर के बारे में ज्यादा नहीं समझते। कई बार ये आटे से बनी ब्रेड की तुलना वो रोटी से कर देते है तो ठीक नहीं है। रोटी और ब्रेड को बनाने का तरीका उनके पोषक तत्वों को प्रभावित कर देता है
रोटी/ ब्रेड में पोषक तत्व:
रोटी में ब्रेड की तुलना में ज्यादा पोषक तत्व होते हैं। ब्रेड बाजार में पैकेट में मिलती है। जिसे ताजा रखने के लिए इसमें कुछ प्रिजरवेटिव मिलाएं जाते हैं। इसके विपरीत रोटी को घर पर स्टार्च से बनाया जा सकता है।
ब्रेड को बनाते समय इससे कई मात्रा में पोषक तत्व कम होते जाते हैं। रोटी और ब्रेड दोनों ही आटे से बनाई जाती है लेकिन ब्रेड को बनाते समय इसमें से चोकर को हटा दिया जाता है। जिसकी वजह से कई पोषक तत्व इसमें से कम हो जाते हैं।
किसी भी पदार्थ की पोषक तत्व की मात्रा उसमें मौजूद सामग्री से की जाती है। अगर ब्रेड वाइट है तो उसमें रोटी की तुलना में पोषक तत्वों की मात्रा कम होती है लेकिन अगर आप मल्टीग्रेन ब्रेड का सेवन करते हैं तो उसमें कई अनाज जैसे बाजरा, रागी होते हैं। हालांकि आप मल्टीग्रेन आटे का इस्तेमाल करके भी रोटी बना सकते
रेशेदार होती है रोटी
रोटी घर पर बनाई जा सकती है, जिसमें किसी भी प्रकार का प्रिजर्वेटिव नहीं मिला होता है। यह साबुत अनाज से बनाई जाती है, जैसे जौ, बाजरा, गेहूं या फिर बाजरा आदि। इसको बनाने के लिये अनाज के आटे का प्रयोग किया जाता है। आटा बनाते वक्त उसमें से रेशा नहीं निकाला जाता है। रोटी को बनाने के लिये किसी प्रकार के यीस्ट का उपयोग नहीं किया जाता। जब बात पाचन की आती है, तब कई लोंगो को यीस्ट हजम करने में समस्या आती है
यीस्ट से पकती है ब्रेड
ब्रेड को पानी, आटा और कभी-कभार कई अन्य अनाज मिला कर बनाई जाती है। ब्रेड या तो बेक की जाती है या फिर स्टीम और फ्राई। ब्रेड को बेक करने के लिये यीस्ट का प्रयोग होता है। जब ब्रेड को पकाया जाता है, तब इसमें से भारी मात्रा में रेशा हटा दिया जाता है। हां सफेद ब्रेड की जगह पर ब्राउन ब्रेड खाना ज्यादा उचित रहता है।
रोटी के फायदे
जैसे की रोटी को साबुत अनाज से बनाया जाता है तो इसे खाने से पेट तो भर ही जाता है बल्कि यह आसानी से पच भी जाती है।साबुत अनाज में फाइबर पाया जाता है जिसे खाने से कब्ज जैसी पेट की बीमारी दूर होती है। बाजरा के आटे की बनी रोटी रोजाना खाने से डीहाइड्रेशन भी हो सकता है। हमेशा गेहूं की ही रोटी खाएं।रोटी बनाने से पहले हम उसे तुरंत ही सानते हैं इसलिये वह हमेशा फ्रेश रहती है और शरीर के लिये हेल्दी भी। इसके आटे में ना कोई रसायन मिला होता है और ना ही यह कैलोरी से भरी होती है।इसमें पाया जाने वाला विटामिन ई, घुलनशील फाइबर और सेलीनियम होता है जो कि शरीर में कैंसर होने का चांस कम करता है
ब्रेड के नुकसान
चाहे ब्रेड किसी भी रंग, रूप या आकार में हो, यह आपके स्वास्थ्य के लिये हानिकारक है। न ही इसमें किसी प्रकार का प्रोटीन और विटामिन होता है और न ही फाइबर।ब्रेड में हाई लेवल का सोडियम होता है जो कि ब्लड प्रेशर और हार्ट की बीमारी को बढाता है। भले ही ब्रेड में थोड़ी ही कैलोरी मिलती हो लेकिन इसे सुबह लेने से शरीर में बहुत ज्यादा कैलोरी की मात्रा बढ जाती है। इसे केक या बर्गर के रूप में लेने से, इसमें मौजूद एक्स्ट्रा सॉल्ट और शुगर वेट बढाने में मदद करता है।