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लगातार जननांग उत्तेजना विकार के लक्षण

लगातार जननांग उत्तेजना विकार एक व्यक्ति की जीवन शैली को प्रभावित कर सकता है और परेशानी तथा शर्मिंदगी का कारण बन सकता है।
हर समय यौन उत्तेजना महसूस होने के प्राथमिक लक्षण जननांग ऊतकों के अंदर और आसपास के क्षेत्र में चल रही संवेदनाओं से सम्बंधित हैं, जो असुविधाजनक हो सकते हैं। इस समस्या से सम्बंधित लक्षण यौन इच्छा (sexual desire) की अनुपस्थिति में उत्पन्न होते हैं। इन लक्षणों को भगशेफ (clitoris), लेबिया (labia), योनि, पेरिनेम (perineum) और गुदा आदि क्षेत्रों में महसूस किया जा सकता है।
लगातार जननांग उत्तेजना विकार में पीड़ित व्यक्ति द्वारा जिन संवेदनाओं का अनुभव किया जाता है, उन्हें dysesthesias के रूप में जाना जाता है। इन संवेदनाओं में निम्न शामिल हैं:
नमी या गीलापन महसूस होना
जननांगों में खुजली होना
जननांगों में दबाव महसूस होना
जननांग में जलन
सनसनी बनी रहना
असामान्य रूप से उच्च रक्तचाप
उथली और तीव्र सांसे लेना
शरीर की मांसपेशियों में ऐंठन उत्पन्न होना
धुंधला दिखाई देना या धब्बेदार दृष्टि की समस्या
जननांग क्षेत्र में दर्द होना
पिंस और नीडल्स (pins and needles) की समस्या
सहज संभोग सुख का अनुभव करना, इत्यादि।
चरमोत्कर्ष अस्थायी रूप से लक्षणों को कम कर सकता है, लेकिन ये लक्षण कुछ घंटों के अन्दर अचानक वापस आ सकते हैं। दिन-प्रतिदिन जीवनशैली में लगातार हस्तक्षेप और असुविधा उत्पन्न होने के कारण यह स्थिति कुछ मनोवैज्ञानिक लक्षणों को पैदा कर सकती है, जिनमें शामिल हैं:
चिंता
डिप्रेशन
निराशा
अपराध की भावना
उनींदापन, इत्यादि।
क्रोनिक या बिना इलाज के लगातार जननांग उत्तेजना विकार से पीड़ित व्यक्ति, संभवतः यौन सुख की इच्क्षा को खो सकते हैं।