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खांसी में तुरंत लाभ के लिए घर पर ही आजमाएं ये नुस्खे

लम्बे समय से चली आ रही खांसी आपको पूरी तरह से दुखी कर सकती है और जितने जल्दी हो सके आप इससे छुटकारा पाने की सोचते हैं। खांसी सामान्यतः जुकाम और फ्लू का साइड इफ़ेक्ट होती है, लेकिन यह एलर्जी, अस्थमा, एसिड रिफ्लक्स, शुष्क हवा और कुछ दवाओं के कारण भी हो सकती है।[१] खांसी अत्यधिक पीड़ादायक और परेशान करने वाली हो सकती है इसलिए नीचे दी गयी युक्तियों को अपनाकर खांसी से जल्दी छुटकारा पायें |
1.शहद का उपयोग करें
शहद का उपयोग करना, खांसी को दबाने का और गले की खराश में राहत पाने का एक प्रभावशाली तरीका है |कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि शहद न सिर्फ सामान्य तौर पर मिलने वाली खांसी की दवाओं के समान खांसी को कम करने में असरदार है बल्कि कभी-कभी उनसे भी ज्यादा प्रभावशाली होती है |[३][४] शहद म्यूकस मेम्ब्रेन को आवरित करने और राहत पहुँचाने में मदद करती है | अगर खांसी के कारण सोने में परेशानी होती हो तो सोने के पहले शहद का सेवन करना बहुत लाभकारी हो सकता है |
*यह बच्चों और वयस्कों के लिए उचित है, लेकिन एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों को शहद न दें क्योंकि इससे उनमे नवजात भोज्य विषाक्तता की सम्भावना बढ़ जाती है |
*आप शहद को सीधे ले सकते हैं | खांसी बने रहने पर प्रत्येक कुछ घंटों में 1 बड़ी चम्मच शहद लेते रहें | अन्य रूप में, आप 1 बड़ी चम्मच शहद या इससे ज्यादा शहद को एक गिलास गर्म चाय में नीम्बू के साथ मिलाकर ले सकते हैं|
2.मुलैठी की चाय पियें
मुलैठी की जड़ आपके श्वासतंत्र को राहत पहुंचाती है, सूजन को कम करने और म्यूकस को ढीला करने में भी मदद करती है | इसे बनाने के लिए, दो बड़ी चम्मच मुलैठी की सूखी जड़ को एक मग में रखें और इस मग में 8 औंस उबलता हुआ पानी डालें | 10-15 मिनट तक भाप लगने दें | दिन में दो बार प्रतिदिन पियें |
*अगर आपको किडनी की कोई समस्या हो या आप स्टेरॉयड लेते हों तो मुलैठी की जड़ की चाय का सेवन न करें |
*कुछ लोगों के लिए इसका सक्रीय तत्व ग्लाइसीराइज़ा (ग्लयसयररहीज़ा) नकारात्मक साइड इफेक्ट्स उत्पन्न कर सकता है | अपने हेल्थ फ़ूड या ड्रग स्टोर पर डीजीएल या डिग्लाइसीराइज़िनेटेड मुलैठी ढूंढें | यह भी उतनी ही असरदार होती है|
3.गिलास गर्म दूध में आधी छोटी चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर प्रयोग करें | आप सूखी खांसी के लिए हल्दी पाउडर में एक छोटी चम्मच शहद मिलाकर भी प्रयोग कर सकते हैं | हल्दी की चाय बनाने के लिए, 4 कप उबलते हुए पानी में एक बड़ी चम्मच हल्दी पाउडर डालें | भाप में पकने दें | अब, अतिरिक्त रूप से खांसी में राहत पहुंचाने वाले गुणों के लिए थोड़ी शहद और नीम्बू मिलाएं|
4.नमक के पानी से गरारे करें: नमक के पानी का उपयोग गले की खराश में राहत पाने के लिए किया जाता है, लेकिन यह सूजन कम करके और बलगम को ढीला करके खांसी में भी मदद कर सकता है | 8 औंस गर्म पानी में ¼ से ½ छोटी चम्मच नमक मिलाएं, पूरी तरह से घोलें और अब 15 सेकंड तक गरारे करें | गरारे के पानी को थूंक दें और पूरा पानी खत्म होने तक दोहराएँ|
5.नीम्बू के रस में अदरक और पिपरमिंट डालकर घोलें: अदरक म्यूकस को ढीला करने में मदद करता है | अदरक और पिपरमिंट एकसाथ मिलकर आपके गले के पिछले हिस्से में होने वाली उत्तेजना को दबा सकते हैं जो खांसी का ट्रिगर होती है | इस मिश्रण को अधिक असरदार बनाने के लिए इसमें शहद मिलाएं
*4कप पानी में 3 बड़ी चम्मच कटा हुआ अदरक और 1 बड़ी चम्मच सूखा पिपरमिंट मिलाएं | पानी को उबालें और अब, आंच कम कर दें | पानी के कम होने तक धीमी आंच पर पकने दें और अब छान लें | कुछ मिनट तक ठंडा होने दें और फिर एक कप शहद मिलाकर पूरी तरह से घुल जाने तक हिलाएं | प्रतिदिन हर घंटे इसकी 1 बड़ी चम्मच की मात्रा लें | इसे 3 सप्ताह तक रेफ्रीजिरेटर में रखा जा सकता है|
*आप नीम्बू के रस में पेपरमिंट कैंडी के टुकड़ों को भी डाल सकते हैं | कैंडी के घुलने तक सॉसपैन में इन्हें गर्म करें | इसमें शहद भी मिला सकते हैं | इस मिश्रण में 1 बड़ी चम्मच (15 मिलीलीटर) शहद मिलाएं और अच्छी तरह से हिलाएं|