परीक्षा की तैयारी में समय का प्रबंधन

परीक्षा की तैयारी में समय का प्रबंधन

परीक्षा के दौरान छात्रों की एक ही शिकायत होती है कि पढ़ने के लिए इतना ज़्यादा है पर समय बहुत कम है.
समय नियोजित करने से काम  निपटाने के लिए, जितने समय और प्रयास की ज़रूरत होती है उसका अनुमान छात्रो को नही होता.
समय का महत्व जानते हुए समय नियोजन करें.  पहले से बनाई योजना से आपको लाभ ही होगा.
 
अक्सर, छात्र किसी भी कार्य करने के लिए समय का सही अंदाज़ा नहीं कर पाते हैं. किसी भी नियमित कार्य में कितना समय लगता है, ये विचार करना अच्छा होता है. जैसे-  डायरी रखना जिसमें वह पूरे दिन, प्रति घंटे का विवरण लिखे .
एक छात्र के रूप में, यदि आप स्पष्ट रूप से अपने पाठ्यक्रम या परीक्षा से संबंधित काम को विभाजित करें तो आप अपने समय का अधिकतम उपयोग कर सकते हैं और यह अधिक असरदार भी होगा. अपने आप से पूछें कि कौन सा कार्य आपके लिए ज़्यादा महत्वपूर्ण है, किस कार्य को अगले दिन या सप्ताह के अंत तक रोका जा सकता है? यह दृष्टिकोण न सिर्फ कुशलता से समय के उपयोग में बल्कि सभी कार्यों की व्यवस्थित प्राथमिकता के लिए उपयोगी है.
 
समय प्रबंधन योजना का निर्माण
आम तौर पर, समय प्रबंधन योजना में वे सारी गतिविधियाँ शामिल की जाती हैं जो एक व्यक्ति एक दिन में करता है जैसे-
प्रतिबद्धताएँ: शैक्षणिक, काम, परिवार के लिए समय, खेल, व्ययाम व्यक्तिगत समय: सौंदर्य / स्वच्छता, आराम, टी.वी देखना, संगीत सुनना, खरीदारी, सामाजिकता, ईमेल, फोन कॉल, इत्यादि.
आवश्यक समय: भोजन, नींद
घर के कामकाज
पढ़ाई के दौरान, जो आप पढ़ना चाहते हैं उन विषयों या अध्याय की पहले ही दैनिक सूची बना लें. ऐसा करने का एक तरीका ये है कि ‘कार्य करना’ की एक सूची बना लें. इस सूची में हर विषय या अध्याय या कार्य को प्राथमिकता के दृष्टिकोण से ए, बी, सी का नामांकन करें. इससे आपको ये याद आयेगा कि कौन सा कार्य पहले करना है. बड़े कार्यों को छोटे-छोटे कार्यों में विभाजित कर खत्म करना आसान रहेगा, जैसे किसी भी काम के विवरण में विशिष्ट होना.
 
हम अपनी पढ़ाई को अंतिम घड़ी तक क्यों टालते  है.
हम ऐसा क्यों करते हैं? क्यों हम कोई बहाना ढूँढ़ते हैं ?
आम तौर पर, कार्य शुरू करने में या जारी रखने के विचार में जो कठिनाई होती है, वह खुद कार्य करने से भी बदतर है. छात्रों , अपने सामने बड़ी सिलेबस को देखते  ही  आलसी हो जाते हैं और आखिरी समय  तक पढ़ाई शुरू नहीं करते.
अक्सर, शुरूआत  करना ही सबसे कठिन काम है. इसलिए काम को समय से  करना  सबसे अच्छा तरीका है .
पहला कदम लें, चाहे वह कितना ही छोटा हो.
 
विलंब  करने की वजह को जाने :
जानिए कि आप क्यों टालमटोल कर रहे हैं. इस  को  स्पष्ट करे .तभी  आप अपने अध्ययन लक्ष्य को पूरा करने की समस्या का समाधान कर सकते हैं.
उदाहरण - यदि आपको असफलता का भय है तब लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें और सकारात्मक विचार के साथ अध्धयन करते रहें . यदि आप किसी विशेष कार्य को लेने के बारे में चिंतित हैं, तो उस कार्य को छोटे-छोटे लक्ष्यों में विभाजित करें.
 
यदि आपको अपने कार्य में ध्यान केंद्रित करने में समस्या हो तो आप यह सुनिश्चित कर लें कि आप जिस जगह काम करते हैं वहाँ किसी तरह का भटकाव न हो. आप अपने कार्य को छोटे -छोटे पार्ट  में बांट लें जिससे आपक काम सुगमता से सम्पन्न हो जाये.
आप अधिक कठिन कार्य तभी पूरा कर सकते हैं जब आप सबसे अधिक सतर्क रहेंगे.