'संगीत के माध्यम से सेवा करता रहूंगा'
Submitted by Anand on 19 January 2022 - 11:56amजब कभी बांसुरी की चर्चा होती है, तब पंडित हरि प्रसाद चौरसिया का नाम बरबस ही लोगों की जुबान पर आता है. भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी उनकी बांसुरी वादन को सराहने वाले मौजूद हैं.
हरि प्रसाद जी की जीवन गाथा भी ऐसी है जिससे दूसरों को काफ़ी प्रेरणा मिल सकती है.
इलाहाबाद में जन्मे हरि प्रसाद जी के पिता पहलवान थे और चाहते थे कि उनका बेटा भी पहलवानी ही करे. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था, बेटे को बांसुरी से प्यार हो गया.
बांसुरी के उसी प्यार ने बाद में उन्हें ऐसी प्रसिद्धि दिलाई कि वो आज भारत की महान विभूतियों में शामिल हैं. हाल में उनसे हुई बातचीत के अंश. Read More : 'संगीत के माध्यम से सेवा करता रहूंगा' about 'संगीत के माध्यम से सेवा करता रहूंगा'