संपर्क : 7454046894
पेट साफ करने का घरेलू उपाय

पेट साफ ना रहना या खराब होना आज एक आम समस्या बनती जा रही है जो बहुत ही गंभीर हो सकती है। ये समस्याएं अवांछित खाद्य पदार्थों के कारण भी हो सकती हैं। जिसे हम पेट साफ करने के घरेलू उपचार द्वारा ठीक कर सकते हैं। अधिकांश खाद्य पदार्थ जो आज हम खाते हैं वे आडिटिव्स, प्रिज़र्वेटिव्स और अन्य रसायनों से भरे हुए हैं जो कोलन में श्लेष्म (म्यूकस) का निर्माण कर सकते हैं जिससे हमारे शरीर में जहरीला पदार्थ पैदा होता है। इसलिए हमे पेट की सफाई करना आवश्यक हो जाता है।
यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं और पाचन समस्या मुंहासे से छुटकारा पाने का प्रयास कर रहे हैं तो एक प्राकृतिक रूप से पेट की साफ-सफाई ही एक मात्र उपचार है जो आपको जरूर करना चाहिए। पेट की सफाई एक ऐसी प्रक्रिया है जो आपके शरीर को डिटोक्सिफाई करने में मदद करती है और आपके पाचन स्वास्थ्य के साथ-साथ आपके जीवन की समग्र गुणवत्ता पर अच्छा प्रभाव डालती है।
कारण
-कम भूख
-व्यायाम की कमी
-तनाव
-कम पानी का सेवन
-दवा का सेवन
-जीवन शैली
*पेट की सफाई क्यों आवश्यक है
प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए पेट की सफाई बहुत ही आवश्यक है यह वजन कम करने और मानसिक क्षमता में सुधार करने भी मदद करता है, इससे कोलन कैंसर का खतरा कम हो जाता है।
कोलन के अनुचित कामकाज से इसकी दीवारों के साथ अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों का संपर्क हो सकता है। जिसके कारण बहुत सी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि कब्ज, सिर दर्द, जोड़ों में दर्द वजन बढ़ना, उल्टी, कम ऊर्जा का स्तर, थकान, दस्त, अपच, द्रष्टि की समस्या, त्वचा एलर्जी और तनाव आदि। यदि लंबे समय तक इसका उपचार नहीं किया जाता है तो इसके परिणाम स्वरूप पित्ताशय की थैली, अस्थमा, हृदय की समस्याएं, गुर्दे और यकृत रोग जैसी घातक बीमारियां हो सकती हैं। इन हानिकारक और विषाक्त पदार्थों को दूर हटाने की प्रक्रिया है पेट की सफाई।
लक्षण
सिरदर्द, उल्टी, सूजन
ऊर्जा का स्तर कम होना
सांसों की बदबू,
त्वचा रोग
दस्त, कब्ज, खराब पेट
थकान, वजन बढ़ना आदि
यदि विषाक्त पेट की उचित सफाई नहीं की जाती है तो इससे त्वचा एलर्जी, पित्त मूत्राशय के पत्थर (गॉल ब्लॅडर स्टोन) हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। नियमित आंत्र आंदोलन कुछ हद तक अशिष्ट के जमाव को रोकते हैं। कुछ लोगों अपशिष्ट को पूरी तरह से हटा नहीं पाते हैं इसलिए विभिन्न विधियों का उपयोग करके पेट की व्यापक सफाई की आवश्यकता होती है।
पेट साफ करने के घरेलू नुस्खे
प्राकिर्तिक तरीके से पेट की सफाई के लिए यहां कुछ घरेलू उपाय दिए गए हैं। पेट की सफाई की कोई भी विधि का उपयोग करने से पहले सावधानी के लिए आप अपने डाक्टर से जरूर संपर्क करें विशेष रूप से वे लोग जो किसी भी प्रकार की दवा का सेवन कर रहें हैं।
एलोवेरा
एलोवेरा डिटॉक्सिफिकेसन गुणों से भरपूर होता है, जो पेट को साफ करने के लिए प्रभावी रूप से काम करता है। एलोवेरा न सिर्फ पेट की सफाई बल्कि त्वचा की समस्याओं, कब्ज, दस्त और सिर दर्द के इलाज के लिए भी उपयोगी होता है।
एलोवेरा की पत्तियों से जेल निकाले और इसमें नींबू रस को मिलाएं।
इसे अच्छी मिलाने के लिए मिक्सर का उपयोग करें।
इस मिश्रण को फ्रिज में 3-4 घंटों के लिए रखें।
इस रस को दिन में तीन से चार बार तक सेवन करें।
यह आपके पेट को साफ करने और आपको अन्य समस्याओं से दूर रखने में मदद करेगा
त्रिफला
त्रिफला तीन फलों को मिलाकर बनाया जाता है। यह विटामिन सी, बायोफालावोनॉयड और फास्फोलिपिड्स में समृद्ध होते हैं। इसमें लक्सेटिव होते हैं जो विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में मदद करते हैं और आंत्र आंदोलन को बढ़ावा देते हैं।
आयुर्वेदिक दुकानों में त्रिफला आसानी से उपलब्ध है। इस समस्या से राहत पाने के लिए त्रिफला चूर्ण (त्रिफला पाउडर) को नियमित रूप से सेवन करना चाहिए।
नींबू रस
नींबू में एंटीआक्सीडेंट (आंटीयाक्सिडंट) गुण होते हैं और इसकी उच्च विटामिन सी सामग्री पाचन तंत्र के लिए अच्छी होती है। इसलिए पेट की सफाई के लिए नींबू के रस का इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसके लिए आपको बस इतना करना है कि एक गिलास पानी में एक नींबू का रस, एक चुटकी समुद्री नमक और थोड़ा सा शहद मिलाना है। इस मिश्रण को सुबह खाली पेट पीएं। यह आपको अधिक ऊर्जा, बेहतर आंत्र आंदोलन बोवेल मल त्यागने में सुविधा और त्वचा को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
सेब के जूस का उपयोग करके भी आप अपने पेट की सफाई कर सकते हैं, इसके लिए आप सेब के जूस में ताजा नींबू के 2 चम्मच रस को मिलाएं। इस नींबू युक्त सेब के जूस को दिन में लगभग दो से तीन बार सेवन करें। यह आंत्र मे श्लेष्म को पतला करने में आपकी मदद करेगा। कुछ दिनों के लिए इन घरेलू उपचारों में से किसी एक का पालन करें यह आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।
लाल मिर्च और नींबू
लाल मिर्च और नींबू पेट में श्लेष्म (म्यूकस) को तोड़ने और अपशिष्ट पदार्थों को खत्म करने में मदद करता है।
एक गिलास पानी में आधा चम्मच मिर्च पाउडर और ताजा नींबू का रस मिलाएं और इसका सेवन करें। यदि मिर्च के कारण आपके पेट में जलन हो रही हो तो हर 15 मिनिट में एक चम्मच शहद का सेवन करें जब तक की पेट की जलन शांत ना हो जाए।
इसबगोल
इसबगोल बिना कोई दुष्प्रभाव के आपके पेट को साफ करने के लिए बहुत ही उपयोगी जड़ी बूटी है। इसबगोल आपके कोलन से
हानिकारक विषाक्त पदार्थों को अवशोषित करता है और इसे आपके शरीर से बाहर निकाल देता है।
अदरक का जूस
अदरक सूजन को कम करने में मदद करता है और पेट की कार्य क्षमता को बढ़ाता है। यह पेट को अपशिष्ट और विषाक्तता से दूर रखने में हमारी मदद करता है।
यदि आपको पेट की समस्या है तो एक चम्मच अदरक का रस लें और इसमें पानी और शहद को मिलाएं। इस मिश्रण को दिन में 2-3 बार पीएं। इस मिश्रण का उपयोग तब तक करना चाहिए जब तक की आपकी पेट की समस्या हल ना हो जाए। अदरक आपको और भी बहुत से स्वास्थ्य लाभ दिलाने में मदद करता है।
चाय में अदरक का उपयोग करके भी आप अपने पेट की सफाई कर सकते हैं। अदरक को कैंडी, मसल कर या रस निकाल कर उपयोग किया जा सकता है। गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसके उपयोग से बचना चाहिए
सुबह उठते ही पेट साफ होने के उपाय फाइबर युक्त भोजन
आहार फाइबर की अच्छी मात्रा वाले खाद्य पदार्थ भी पेट की सफाई में मदद करते हैं। यह शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को हटाने में मदद करते हैं। यह मल त्यागने में सुधार करता है और सभी आंतों की समस्याओं का इलाज करने में मदद करता है।
ताजा फल और ताजा हरी सब्जियों जैसे, नाशपाती, सेब, आटिचोक, मटर, ब्रोकली आदि आपके दैनिक आहार मे फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का उपयोग किया जा सकता है। अनाज, नट, साबुत अनाज, सेम और बीज में भी फाइबर अच्छी मात्रा में होते हैं।