संपर्क : 7454046894
एनोर्गास्मिया के प्रकार

प्राइमरी एनोर्गास्मिया (Primary anorgasmia) – इसे आजीवन अनोर्गास्मिया (lifelong anorgasmia) के रूप में भी जाना जाता है। इस स्थिति में महिलाओं को पर्याप्त उत्तेजना के बाद भी, कभी भी संभोग सुख (ऑर्गेज्म) प्राप्त नहीं होता है।
प्राइमरी एनोर्गास्मिया उन लोगों में सर्वाधिक देखने को मिलता है:
जो छोटी उम्र के हैं।
जिनमें यौन अनुभव की कमी है।
जो यौन दमनकारी वातावरण में पले-बढ़े हैं।
सेकेंडरी एनोर्गास्मिया (Secondary anorgasmia) – इस प्रकार के एनोर्गास्मिया की स्थिति में ऑर्गेज्म तक पहुंचने में कठिनाई या बहुत अधिक समय लगता है।
सिचुएशन एनोर्गास्मिया (Situational anorgasmia) – यह एनोर्गास्मिया का सबसे आम प्रकार है। इस स्थिति में आप केवल कुछ विशेष परिस्थितियों में ही संभोग सुख प्राप्त करने में सक्षम होते हैं, जैसे कि मुख मैथुन या हस्तमैथुन या केवल एक निश्चित साथी के साथ।
जनरल एनोर्गास्मिया (General anorgasmia) – इस प्रकार के एनोर्गास्मिया में आप अत्यधिक उत्तेजित और पर्याप्त यौन उत्तेजना के बाबजूद भी, किसी भी परिस्थिति या किसी भी साथी के साथ संभोग सुख प्राप्त करने में सक्षम नहीं होते हैं।