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क्यों होता है अल्जाइमर

ऐसा मस्तिष्क में तंत्रिका क्षति के कारण होता है, जिसे अक्सर एपीलोपोप्रिटिन ई नामक एक प्रोटीन के कारण होता है जो मस्तिष्क में प्लेग बनाता है। अल्जाइमर रोग के लिए कोई ज्ञात इलाज नहीं है। हालांकि इस रोग से लड़ने के लिए कुछ सावधानी बरती जा सकती है। एक स्वस्थ आहार कुछ हद तक इस रोग से लड़ने में मदद कर सकता है। वैज्ञानिकों ने पाया है कि जो हम खाते हैं वह अक्सर हमारे दिल और हमारे दिमाग को प्रभावित करता है। एक अच्छी डायट अल्जाइमर रोग को 53 फीसदी तक कम कर सकती है। अल्जीमर रोग से बचने के लिए डायट में यह चीजें शामिल होनी चाहिए।निर्णय लेने में कठिनाई या गलत निर्णय- अल्झीमर्स का मरीज अनाप-शनाप कपड़े पहन सकता है, गरमी में बहुत से कपड़े या ठंड में काफी कम कपड़े। उसके निर्णय लेने की क्षमता कम होती है। वह अंजान लोगों को बहुत सारे पैसे दे सकता है। संक्षिप्त सोच में समस्या- अल्जाइमर का मरीज कठिन मानसिक कार्यों में असामान्य कठिनाई महसूस करने लगता है, जैसे वह यह नहीं समझ पाता कि कोई संख्या क्यों है और उनका उपयोग कैसे किया जाता है। चीजों को यत्र-तत्र रखना-अल्जाइमर का मरीज चीजों को यत्र-तत्र रख देता है ...
कैसे पहचानें इसे -
- भूलने की बीमारी होने पर पीड़ित व्यक्ति को कोई भी गेम खेलने, खाना पकाने में कठिनाई होने लगते हैं.
- अल्जाइमर रोग से पीड़ित व्यक्ति को बोलने में दिक्कतें आने लगती हैं. यहां तक की साधारण वाक्य या शब्द तक नहीं बोल पाता. ना सिर्फ बोलने में फर्क आता है बल्कि उसकी लेखनशैली बदल जाती है उसकी लिखावट को पहचान पाना मुश्किल होता है.
- अपना घर का पता भूलना, अपने आसपास के माहौल तक को व्यक्ति भूल जाता है.
- कोई भी निर्णय लेने में उसे काफी दिक्कतें आती हैं.
- याददाश्त कमजोर होने पर ये खाएं-
- बादाम और ड्राई फ्रूट तो दिमाग तेज करने और याददाश्त बढ़ाने के लिए रामबाण हैं ही इसके अलावा भी कई और सुपरफूड हैं जो आपकी याददाश्त तेज कर सकते हैं.
- दिमाग को सक्रिय बनाए रखने के लिए एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर स्ट्रॉबेरी और ब्लूबेरी खाएं. विटामिन ई से भरपूर स्ट्रॉबेरी और ब्लूबेरी खाने से ना सिर्फ तनाव कम होगा बल्कि मानसिक समस्याओं से भी निजात मिलेगी.
- हरी फूलगोभी यानी ब्रोकली का सेवन करने से दिमाग तेज होता है. दरअसल, ब्रोकली में मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक और फास्फोरस अच्छी मात्रा में पाया जाता है जिससे दिमाग तो तेज होता ही है हड्डियां भी मजबूत होती हैं.
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अल्जाइमर रोग के दौरान क्या ना खाएं-
- एक रिसर्च के मुताबिक, यदि बढ़ती उम्र में लोग अपना काम खुद करते हैं तो उन्हें अल्जाइमर रोग होने का खतरा कम होता है. अपने खुद के काम करने से दिमाग सक्रिय होता है और स्मरणशक्ति तेज रहती है.
- अल्जाइमर के दौरान दिमाग में बढ़ने वाले जहरीले बीटा-एमिलॉयड नामक प्रोटीन के प्रभाव को ग्रीन टी के सेवन से कम किया जा सकता है.
- अन्य चीजें- हरी पत्तेदार सब्जियां, बींस, साबुत अनाज, मछली, जैतून का तेल और एक गिलास वाइन अल्जाइमर रोग से लड़ने में मदद करती हैं.
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अल्जाइमर रोग से बचने के लिए अतिरिक्त कॉपर को डायट में कम कर देना चाहिए. अगर कॉपर डायट में अधिक होगा तो अल्जाइमर रोग का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में कॉपरयुक्त खाद्य पदार्थों का बहुत सेवन ना करें जैसे- तिल, काजू, सूखे टमाटर, कद्दू, तुलसी, मक्खन, चीज़, फ्राइड फूड, जंकफूड, रेड मीट, पेस्ट्रीज और मीठे का सेवन करने से बचें.
याददाश्त बढ़ाने के लिए योग- रोजाना व्यायाम और योग करके अल्जाइमर रोग के प्रभाव को कम किया जा सकता है.
- मेडिटेशन करने से भूलने की समस्या को कम किया जा सकता है.
- याददाश्त तेज करने के लिए सर्वांगासन करें.
- दिमाग तेज करना हो और याददाश्त बनाए रखनी हो तो भुजंगासन करें.
- एकाग्रता बढ़ाने और दिमाग में रक्त का अच्छी तरह से प्रवाह करने के लिए कपालभाति प्राणायाम करें