ऑनलाइन गुमनाम रहने की तरकीब

ऑनलाइन गुमनाम रहने की तरकीब

इंटरनेट पर अगर कई कंपनियों की नज़रों से बच कर ब्राउज करना है तो वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क या वीपीएन का सहारा लें.
इन पर अगर अपने नाम से लॉग-इन नहीं किया जाए तो वाकई आपकी पहचान करना आसान नहीं होगा.
ऐसे समय में जब हर वक्त आपकी ऑनलाइन आदतों पर कंपनियां नज़र रख रही हैं, वीपीएन आपका सहारा बन सकते हैं.
आपके लिए बढ़िया वीपीएन वो है जो आपके ब्राउज़िंग का रिकॉर्ड अपने पास नहीं रखता है. आइये आपको कुछ ऐसे वीपीएन सर्विस के बारे में बताते हैं.
प्राइवेट इंटरनेट एक्सेस आपके लिए बहुत बढ़िया एन्क्रिप्शन का विकल्प देता है. अगर आप चाहें तो बिना एन्क्रिप्शन के भी काम कर सकते हैं.
अगर वीपीएन काम करना बंद कर दे तो स्क्रीन पर एक बटन को प्रेस करते ही आपका कनेक्शन बंद हो जाएगा.
ऐसे में आप किसी भी समय बिना एन्क्रिप्शन के सर्फ नहीं करेंगे. इस सर्विस के लिए आपको हर महीने करीब 450 रुपये खर्च करने होंगे.
वीपीएन सर्विस को अगर आजमाना है तो एक्सप्रेस वीपीएन पर आप काम कर सकते हैं.
30 दिन के लिए इसकी सर्विस को इस्तेमाल करके ये देख सकते हैं कि आपके काम के लायक है कि नहीं.
आपकी ब्राउज़िंग के बारे में कोई भी रिकॉर्ड नहीं होगा और आपके लिए 256-बिट एन्क्रिप्शन होगा.
इस्तेमाल करने वाले एक्सप्रेस वीपीएन की रफ़्तार को सबसे तेज़ मानते हैं.
लेकिन हर महीने के करीब 900 रुपये की खर्च के कारण जेब पर ये भारी पड़ेगा.
700 रुपये महीने खर्च करके टोरगार्ड पर भी आपको बहुत बढ़िया एन्क्रिप्शन मिलेगा.
जब आप इसकी सर्विस इस्तेमाल करेंगे तो आपको टोरगार्ड के सर्वर या गूगल के सर्वर इस्तेमाल करने का विकल्प है.
क्रिप्टोस्टॉर्म नाम का वीपीएन एन्क्रिप्शन, बढ़िया स्पीड जैसे फीचर देता है.
लेकिन जब आप उसकी सर्विस इस्तेमाल करना चाहेंगे तो आपको ऑनलाइन एक टोकन खरीदना होगा.
उस टोकन का इस्तेमाल करके आप क्रिप्टोस्टॉर्म के सिस्टम पर लॉग इन करके इंटरनेट से कनेक्ट कर सकते हैं.
450 रुपये से कुछ ज़्यादा हर महीने खर्च करके आपको इस सर्विस का फायदा मिल सकता है.
इन सभी वीपीएन सर्विस के लिए आपको हर महीने पैसे खर्च करने पड़ेंगे.
हर महीने पैसे खर्च करके आप ऐसी कंपनियों से सुरक्षा की गारंटी लेते हैं.

नेटये सभी कंपनियां एन्क्रिप्टेड सर्विस ही आपको देती हैं और आपकी ब्राउज़िंग और पर्सनल जानकारी किसी की भी नज़र से दूर रखती हैं.
अगर पैसे खर्च किये बिना आप वीपीएन सर्विस चाहते हैं तो उसके लिए ऐप भी डाउनलोड कर सकते हैं.
लेकिन उसके लिए आपको अपनी जानकारी की सुरक्षा की गारंटी नहीं मिलेगी.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.

 

Vote: 
No votes yet

विज्ञान एवं तकनीकी

विज्ञान एवं तकनीकी Total views Views today
फ़ेसऐप इस्तेमाल करने वाले इसलिए रहिए सावधान 2,247 14
चंद्रयान के बारे में ये सब आपको कहीं भी नहीं पता चलेगा, पढ़ लो. 2,808 13
भारत का अभियान : चंद्रयान-2 चला चाँद की ओर 2,443 12
अब BSNL की न्‍यूनतम स्‍पीड होगी 2 mbps 4,354 10
फेसबुक पर लागू हुए अब ये कड़े नियम 2,608 9
चीन का वो स्कूल जहां डेटिंग सिखाई जाती है 1,440 9
पहिया आख़िर किसने बनाया और इसके आविष्कार में देर क्यों लगी? 1,552 9
रक्तचाप को संतुलित रखने में शिक्षा की भूमिका अहम है. 941 8
नक़्शों में उत्तर दिशा ऊपर क्यों? जबकी दुनिया गोल 12,790 8
विक्रम साराभाई: जिन्होंने भारत को अंतरिक्ष में पहुंचाया 1,629 8
किस देश के लोग करते हैं दफ्तर में सबसे ज़्यादा काम? 1,135 8
शरीर के अंदर देखने वाला कैमरा तैयार 4,883 8
मरने से ठीक पहले दिमाग क्या सोचता है | 4,898 8
डायनासोर का सबसे प्राचीन बिल 2,180 8
हिंदी भाषा के लिए गूगल बनाएगा सर्च आसान 3,942 7
चिप्स खाकर युवा ने गंवाई आंखों की रोशनी 1,325 7
शव क़ब्रों से क्यों निकाल रहे हैं लोग? 4,481 7
हवाख़ोर योगी विज्ञान के लिए अबूझ पहेली 5,223 7
सबसे ज़हरीला सांप, बिच्छू या घोंघा? 4,291 7
भारतीय भाषा कहेगा माइक्रोसॉफ्ट कोर्टाना 3,432 7
TRAI ने लगाई फ्री बेसिक्स पर फेसबुक को लताड़ 2,707 7
ये स्तनधारी कभी पार्टनर को धोखा नहीं देता 1,369 7
World Blood Donor Day: रक्तदान और उससे जुड़े मिथकों का सच 2,417 7
'अलग-अलग सोएं खुश रहें' 1,081 7
क्या फ्री टॉक टाइम या डेटा की तलाश में हैं आप 2,717 7