अगर हम सब दिमाग़ बढ़ाने वाली गोली लेने लगें तो क्या होगा?
Submitted by Anand on 17 June 2019 - 5:15amफ़्रांस के मशहूर उपन्यासकार होनोरे डि बाल्ज़ाक मानते थे कि कॉफ़ी दिमाग़ को खोल देता है.
बाल्ज़ाक हर शाम पेरिस की गलियों को छानते हुए उस कैफे तक पहुंचते थे जो आधी रात के बाद तक खुला रहता था. कॉफ़ी पीते हुए वे सुबह तक लिखते रहते थे.
कहा जाता है कि बाल्ज़ाक एक दिन में 50 कप कॉफ़ी पी जाते थे.
भूख लगने पर बाल्ज़ाक चम्मच भर कॉफ़ी के दानों को चबा लेते थे. उन्हें लगता था कि ऐसा करने से उनके दिमाग़ में विचार ऐसे कौंधते हैं जैसे जंग के खाली मैदान में सेना की बटालियन मार्च करते हुए चली आ रही हो. Read More : अगर हम सब दिमाग़ बढ़ाने वाली गोली लेने लगें तो क्या होगा? about अगर हम सब दिमाग़ बढ़ाने वाली गोली लेने लगें तो क्या होगा?