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यौन जनित बीमारी (एसटीडी) या यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) के लक्षण, कारण, इलाज और बचाव

एसटीडी को यौन जनित बीमारी, यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) या वीनर रोग (venereal diseases) के नाम से भी जाना जाता है। यह बीमारियाँ असुरक्षित यौन क्रियाओं के माध्यम से बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी के कारण फैलती हैं। इस लेख में हमारे साथ जानें यौन संचारित संक्रमणों (एसटीआई), या यौन संचारित रोगों (एसटीडी) के लक्षण, जोखिम कारक, जाँच, उपचार और रोकथाम के बारे में।
कोई भी व्यक्ति सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज यानि STD का शिकार हो सकता है, कुछ यौन संक्रमित संक्रमण जन्मजात होते हैं। लंबे समय तक उपचार की अनुपस्थिति में यह रोग अनेक प्रकार के जोखिमों को उत्पन्न कर सकते हैं, जिनमें बाँझपन, अंधापन, दिल की बीमारी और मौत भी शामिल हैं। यौन संचारी रोग या यौन संचारित संक्रमण के अलग-अलग लक्षण होते है। अतः इन लक्षणों की जानकारी होना सभी के लिए जरूरी है, ताकि एसटीडी का उचित समय पर इलाज कराकर इसके संचरण को रोका जा सके।
यह लेख यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) और यौन जनित बीमारी (एसटीडी) की जानकारी से सम्बंधित है। इस लेख में आप यौन संचारित रोग के लक्षण, कारण, जाँच, इलाज और यौन संचारी रोग से बचाव के तरीकों के बारे में जानेगें