तिल तेल अमृत

तिल तेल अमृत

तिल के तेल में इतनी ताकत होती है कि यह पत्थर को भी चीर देता है. प्रयोग करके देखें.... 
आप पर्वत का पत्थर लिजिए और उसमे कटोरी के जैसा खडडा बना लिजिए, उसमे पानी, दुध, धी या तेजाब संसार में कोई सा भी कैमिकल, ऐसिड डाल दीजिए, पत्थर में वैसा की वैसा ही रहेगा, कही नहीं जायेगा... 
लेकिन... अगर आप ने उस कटोरी नुमा पत्थर में तिल का तेल डाल दीजिए, उस खड्डे में भर दिजिये.. 2 दिन बाद आप देखेंगे कि, तिल का तेल... पत्थर के अन्दर भी प्रवेश करके, पत्थर के नीचे आ जायेगा. यह होती है तेल की ताकत, इस तेल की मालिश करने से हड्डियों को पार करता हुआ, हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है.

 तिल के तेल के अन्दर फास्फोरस होता है जो कि हड्डियों की मजबूती का अहम भूमिका अदा करता है.

और तिल का तेल ऐसी वस्तु है जो अगर कोई भी भारतीय चाहे तो थोड़ी सी मेहनत के बाद आसानी से प्राप्त कर सकता है. तब उसे किसी भी कंपनी का तेल खरीदने की आवश्यकता ही नही होगी.

तिल खरीद लीजिए और किसी भी तेल निकालने वाले से उनका तेल निकलवा लीजिए. लेकिन सावधान तिल का तेल सिर्फ कच्ची घाणी (लकडी की बनी हुई) का ही प्रयोग करना चाहिए. 
तैल शब्द की व्युत्पत्ति तिल शब्द से ही हुई है। जो तिल से निकलता वह है तैल। अर्थात तेल का असली अर्थ ही है "तिल का तेल".
तिल के तेल का सबसे बड़ा गुण यह है की यह शरीर के लिए आयुषधि का काम करता है.. चाहे आपको कोई भी रोग हो यह उससे लड़ने की क्षमता शरीर में विकसित करना आरंभ कर देता है. यह गुण इस पृथ्वी के अन्य किसी खाद्य पदार्थ में नहीं पाया जाता.
सौ ग्राम सफेद तिल 1000 मिलीग्राम कैल्शियम प्राप्त होता हैं। बादाम की अपेक्षा तिल में छः गुना से भी अधिक कैल्शियम है।
काले और लाल तिल में लौह तत्वों की भरपूर मात्रा होती है जो रक्तअल्पता के इलाज़ में कारगर साबित होती है।
तिल में उपस्थित लेसिथिन नामक रसायन कोलेस्ट्रोल के बहाव को रक्त नलिकाओं में बनाए रखने में मददगार होता है।
तिल के तेल में प्राकृतिक रूप में उपस्थित सिस्मोल एक ऐसा एंटी-ऑक्सीडेंट है जो इसे ऊँचे तापमान पर भी बहुत जल्दी खराब नहीं होने देता। आयुर्वेद चरक संहित में इसे पकाने के लिए सबसे अच्छा तेल माना गया है।

तिल में विटामिन सी छोड़कर वे सभी आवश्यक पौष्टिक पदार्थ होते हैं जो अच्छे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक होते हैं। तिल विटामिन बी और आवश्यक फैटी एसिड्स से भरपूर है।
इसमें मीथोनाइन और ट्रायप्टोफन नामक दो बहुत महत्त्वपूर्ण एमिनो एसिड्स होते हैं जो चना, मूँगफली, राजमा, चौला और सोयाबीन जैसे अधिकांश शाकाहारी खाद्य पदार्थों में नहीं होते।

ट्रायोप्टोफन को शांति प्रदान करने वाला तत्व भी कहा जाता है जो गहरी नींद लाने में सक्षम है। यही त्वचा और बालों को भी स्वस्थ रखता है। मीथोनाइन लीवर को दुरुस्त रखता है और कॉलेस्ट्रोल को भी नियंत्रित रखता है।

तिलबीज स्वास्थ्यवर्द्धक वसा का बड़ा स्त्रोत है जो चयापचय को बढ़ाता है।
यह कब्ज भी नहीं होने देता।
तिलबीजों में उपस्थित पौष्टिक तत्व,जैसे-कैल्शियम और आयरन त्वचा को कांतिमय बनाए रखते हैं।

तिल में न्यूनतम सैचुरेटेड फैट होते हैं इसलिए इससे बने खाद्य पदार्थ उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है।
सीधा अर्थ यह है की यदि आप नियमित रूप से स्वयं द्वारा निकलवाए हुए शुद्ध तिल के तेल का सेवन करते हैं तो आप के बीमार होने की संभावना ही ना के बराबर रह जाएगी.

 जब शरीर बीमार ही नही होगा तो उपचार की भी आवश्यकता नही होगी. यही तो आयुर्वेद है.. आयुर्वेद का मूल सीधांत यही है की उचित आहार विहार से ही शरीर को स्वस्थ रखिए ताकि शरीर को आयुषधि की आवश्यकता ही ना पड़े.

एक बात का ध्यान अवश्य रखिएगा की बाजार में कुछ लोग तिल के तेल के नाम पर अन्य कोई तेल बेच रहे हैं.. जिसकी पहचान करना मुश्किल होगा. ऐसे में अपने सामने निकाले हुए तेल का ही भरोसा करें. यह काम थोड़ा सा मुश्किल ज़रूर है किंतु पहली बार की मेहनत के प्रयास स्वरूप यह शुद्ध तेल आपकी पहुँच में हो जाएगा. जब चाहें जाएँ और तेल निकलवा कर ले आएँ.

तिल में मोनो-सैचुरेटेड फैटी एसिड (mono-unsaturated fatty acid) होता है जो शरीर से बैड कोलेस्ट्रोल को कम करके गुड कोलेस्ट्रोल यानि एच.डी.एल. (HDL) को बढ़ाने में मदद करता है। यह हृदय रोग, दिल का दौरा और धमनीकलाकाठिन्य (atherosclerosis) के संभावना को कम करता है।
कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है-
तिल में सेसमीन (sesamin) नाम का एन्टीऑक्सिडेंट (antioxidant) होता है जो कैंसर के कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने के साथ-साथ है और उसके जीवित रहने वाले रसायन के उत्पादन को भी रोकने में मदद करता है।

 यह फेफड़ों का कैंसर, पेट के कैंसर, ल्यूकेमिया, प्रोस्टेट कैंसर, स्तन कैंसर और अग्नाशय के कैंसर के प्रभाव को कम करने में बहुत मदद करता है।
तनाव को कम करता है-

इसमें नियासिन (niacin) नाम का विटामिन होता है जो तनाव और अवसाद को कम करने में मदद करता है।
हृदय के मांसपेशियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है-

तिल में ज़रूरी मिनरल जैसे कैल्सियम, आयरन, मैग्नेशियम, जिन्क, और सेलेनियम होता है जो हृदय के मांसपेशियों को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है और हृदय को नियमित अंतराल में धड़कने में मदद करता है।

शिशु के हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है-
तिल में डायटरी प्रोटीन और एमिनो एसिड होता है जो बच्चों के हड्डियों के विकसित होने में और मजबूती प्रदान करने में मदद करता है।

उदाहरणस्वरूप 100ग्राम तिल में लगभग 18 ग्राम प्रोटीन होता है, जो बच्चों के विकास के लिए बहुत ज़रूरी होता है।
गर्भवती महिला और भ्रूण (foetus) को स्वस्थ रखने में मदद करता है-

तिल में फोलिक एसिड होता है जो गर्भवती महिला और भ्रूण के विकास और स्वस्थ रखने में मदद करता है।

शिशुओं के लिए तेल मालिश के रूप में काम करता है-

अध्ययन के अनुसार तिल के तेल से शिशुओं को मालिश करने पर उनकी मांसपेशियाँ सख्त होती है साथ ही उनका अच्छा विकास होता है।

 आयुर्वेद के अनुसार इस तेल से मालिश करने पर शिशु आराम से सोते हैं।
अस्थि-सुषिरता (osteoporosis) से लड़ने में मदद करता है-

तिल में जिन्क और कैल्सियम होता है जो अस्थि-सुषिरता से संभावना को कम करने में मदद करता है।

मधुमेह के दवाईयों को प्रभावकारी बनाता है-

डिपार्टमेंट ऑफ बायोथेक्सनॉलॉजी विनायक मिशन यूनवर्सिटी, तमिलनाडु (Department of Biothechnology at the Vinayaka Missions University, Tamil Nadu) के अध्ययन के अनुसार यह उच्च रक्तचाप को कम करने के साथ-साथ इसका एन्टी ग्लिसेमिक प्रभाव रक्त में ग्लूकोज़ के स्तर को 36% कम करने में मदद करता है जब यह मधुमेह विरोधी दवा ग्लिबेक्लेमाइड (glibenclamide) से मिलकर काम करता है। इसलिए टाइप-2 मधुमेह (type 2 diabetic) रोगी के लिए यह मददगार साबित होता है।

दूध के तुलना में तिल में तीन गुना कैल्शियम रहता है। इसमें कैल्शियम, विटामिन बी और ई, आयरन और ज़िंक, प्रोटीन की भरपूर मात्रा रहती है और कोलेस्टरोल बिल्कुल नहीं रहता है।

तिल का तेल ऐसा तेल है, जो सालों तक खराब नहीं होता है, यहाँ तक कि गर्मी के दिनों में भी वैसा की वैसा ही रहता है. 
तिल का तेल कोई साधारण तेल नहीं है। इसकी मालिश से शरीर काफी आराम मिलता है। यहां तक कि लकवा जैसे रोगों तक को ठीक करने की क्षमता रखता है।

इससे अगर महिलाएं अपने स्तन के नीचे से ऊपर की ओर मालिश करें, तो स्तन पुष्ट होते हैं। सर्दी के मौसम में इस तेल से शरीर की मालिश करें, तो ठंड का एहसास नहीं होता।
 इससे चेहरे की मालिश भी कर सकते हैं। चेहरे की सुंदरता एवं कोमलता बनाये रखेगा। यह सूखी त्वचा के लिए उपयोगी है।

तिल का तेल- तिल विटामिन ए व ई से भरपूर होता है। इस कारण इसका तेल भी इतना ही महत्व रखता है। इसे हल्का गरम कर त्वचा पर मालिश करने से निखार आता है। अगर बालों में लगाते हैं, तो बालों में निखार आता है, लंबे होते हैं।

जोड़ों का दर्द हो, तो तिल के तेल में थोड़ी सी सोंठ पावडर, एक चुटकी हींग पावडर डाल कर गर्म कर मालिश करें। तिल का तेल खाने में भी उतना ही पौष्टिक है विशेषकर पुरुषों के लिए।इससे मर्दानगी की ताकत मिलती है!

हमारे धर्म में भी तिल के बिना कोई कार्य सिद्ध नहीं होता है, जन्म, मरण, परण, यज्ञ, जप, तप, पित्र, पूजन आदि में तिल और तिल का तेल के बिना संभव नहीं है अतः इस पृथ्वी के अमृत को अपनावे और जीवन निरोग बनावे ।

Vote: 
No votes yet

New Health Updates

S.No Total views Views today
1 स्त्रियों के ये अंग होते हैं सबसे ज्यादा कामुक 62,208 45
2 गर्मी में शरीर को ठंडा रखने के उपाय 501 39
3 प्रेगनेंसी में डांस करने के तरीके 3,558 34
4 मेकअप करने का स्टेप 12: लिप ग्लॉस 415 24
5 कैसे जाने कि लड़का मुझसे प्यार करता है 461 24
6 सबसे पहले ये जान लेते हैं कि ये पिल काम कैसे करती है? 310 23
7 दोस्त बनाने के सबसे आसान तरीके 8,476 23
8 कैसे जाने कि वो मुझसे प्यार करता है 391 22
9 लड़की के गर्लफ्रेंड बनने के इशारे 630 22
10 बच्चा कैसे होता है 956 20
11 बेटी की बिदाई- मां के लिए बड़ी चुनौती है इस प्रकार 5,556 20
12 लड़की दे ये 8 संकेत तो समझ जाएँ वो आपसे प्यार करती हैं 408 19
13 दांतों में दाग-धब्‍बे और पीलापन आपकी चांद जैसी मुस्‍कान में ग्रहण लगा देते हैं। 4,049 18
14 सोने के समय ये करें ये बिल्कुल न करें 4,419 18
15 क्या है दुनिया का सबसे सेहतमंद खाना 7,691 18
16 पानी पीने के लिए खुद को प्रेरित करने के तरीके 298 17
17 शरीर में शुगर है तो जान ले ये संकेत 258 16
18 मेकअप करने का स्टेप 5: फाउंडेशन पाउडर 259 16
19 हनीमून क्या है? 358 16
20 पढ़ाई का सही वक्त : जेईई मेन में सफल होने के लिए आखिरी वक्त की तैयारी वाले टिप्स 3,201 15
21 पति पत्नी के बीच में लड़ाई होने का कारण 393 15
22 आप लिंग को योनि में कैसे डालते हैं? 28,744 15
23 पेट दर्द के कारण, लक्षण और घरेलू इलाज 335 14
24 किस चीज में कितनी कैलोरी होती है 241 14
25 अपने शरीर के बारे में सहज महसूस न करना 375 14
26 प्रेगनेंसी में किस प्रकार का डांस करना चाहिए? 3,554 14
27 लड़के का आपको छुप छुप कर देखना 831 13
28 कैसे पहचाने की आप ज्यादा पानी पी रहे है 318 13
29 मैसेज के रिप्लाई से लड़के के दिल की बात जाने 398 13
30 कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के पांच सबसे कारगर उपाय 3,531 13
31 स्वास्थ्य क्या है आइए जाने की अपने आप को कैसे स्वास्थ्य रखें 5,518 13
32 जोश बढ़ाने का तरीका मन को चिंता मुक्त रखें 237 13
33 आंखों का सूखापन दूर करने के घरेलू उपाय 1,561 12
34 मेकअप करने का तरीका स्टेप बाय स्टेप 291 12
35 स्वास्थ्य क्या है जाने और एक प्रकार के विज्ञान की तरह 4,056 12
36 लिंग का छोटा आकार: कारण, उपचार, प्रक्रिया, कीमत और साइड इफेक्ट्स 411 12
37 क्या मुझे गोली लेने के बाद पीरियड्स आ सकता हैं 239 12
38 गर्भवती होने के लिए कब करें सेक्स का उदाहरण 3: 370 12
39 होंठो पर लिपस्टिक लंबे समय तक टिका कर रखने के तरीके 230 12
40 गर्लफ्रेंड आपको खोने से डरती है 331 11
41 महिला मुखमैथुन के दौरान योनि को कैसे चूसा जाता है 4,835 11
42 चेहरे के दाग धब्बे हटाने के घरेलू उपाय 1,118 11
43 जानें किन कारणों से फैलता है टीबी रोग और किसे होता है ज्यादा खतरा 168 11
44 फिशर के कारण, लक्षण और उपाय 1,150 11
45 कफ और खांसी को जड़ से मिटाता हैये काढ़ा 236 11
46 बर्थडे गिफ्ट फॉर बॉयफ्रेंड 240 11
47 माँ का दूध बढ़ाने के तरीके 14,057 11
48 पीरियड के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी होती है? 333 11
49 केसर स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। 4,003 10
50 साबुन या फ़ेसवॉश से त्वचा रूखी होती है 4,665 10
51 क्या है आई वी एफ की प्रक्रिया, जानें 5,126 10
52 गुलाब के औषधीय गुण 7,506 10
53 ज्यादा भूख लगने के कारण क्या है 256 10
54 स्पर्म लीकेज के लिए डॉक्टर को कब दिखाएँ 233 10
55 लड़की या औरत को कैसे गर्म करें घरेलू उपाय 36,823 10
56 साइकिल चलाने के चमत्कारी फायदे 5,703 10
57 पेनिस की खुजली की अन्य स्थितियों में निम्न प्रकार के लक्षण रोग की गंभीरता को प्रगट कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं: 868 10
58 कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए घरेलू उपाय 1,189 10
59 पतंजलि के पास मर्दाना ताकत बढ़ाने की कोई दवाई है या नहीं 8,844 10
60 अचानक बढ़ जाती है दिल की धड़कन तो हो सकती है ये खतरनाक बीमारी 8,903 10
61 खून की कमी होने पर करें उपाय 6,535 10
62 लिंग के छोटे आकार का कारण 833 10
63 बर्फ के टुकड़े 531 10
64 लड़के के दिल की बात कैसे जाने 317 9
65 न्‍यूरोसिफलिस 505 9
66 पतले बालों को मोटा और घना करने के लिए लगाएं मेहंदी 468 9
67 बार-बार पेशाब आने का कारण, लक्षण और घरेलू उपचार 2,883 9
68 यौवन अवस्था में होने वाले सामान्य बदलाव 253 9
69 आख़िर कब तक करनी होगी सोशल डिस्टेंसिंग 2,632 9
70 खाना खाने के बाद भी लग जाती है भूख तो ये गलत आदतें हैंं जिम्‍मेदार 159 9
71 उम्र के अंतर का संबंधों पर प्रभाव 3,688 9
72 फोन पर बात करके करें रोमांस 369 9
73 पति के ज्यादा बाहर रहने की वजह से पत्नी देती है धोखा 382 9
74 पांच साल की उम्र तक स्तनपान कराना क्या फायदेमंद है 4,315 9
75 बालों को झड़ने से रोकने के लिए तेल 197 9
76 चैटिंग करना है रोमांस करने का तरीका 365 9
77 हड्डी टूटने पर घरेलु उपचार 14,575 9
78 सेक्‍स टाइम बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा है कौंच बीज 164 9
79 हस्तमैथुन कितने दिन में करना चाहिए 8,442 9
80 लिंग का छोटा आकार 1,130 9
81 सर्दियों में जुकाम और नाक से पानी आने को दूर करनें के लिए पिये गर्म पानी और भी चीजो का प्रयोग करें आइये जानें 6,661 9
82 प्रेग्नेंट होने के लिए सबसे सही उम्र क्या है? 382 9
83 सिरदर्द दूर करने के कारगर उपाय 5,287 9
84 लड़की आपकी गर्लफ्रेंड बनना चाहती है यदि वह आपकी ओर झुकती है 279 9
85 ज़ुकाम में करें चमत्कारी फायदा – घरेलु नुस्खे 529 9
86 पति पत्नी के बीच लड़ाई खत्म करने के लिए शब्दों का वार न करें 286 9
87 गंजापन दूर करने के घरेलू उपाय 1,314 9
88 दुनिया का सबसे मीठा फल अंजीर है। 6,618 9
89 महिला का गर्भ कब और कैसे ठहरता है? 304 9
90 बेवफा स्त्री की पहचान 1,114 9
91 मर्जरी आसन 1,685 9
92 योनि सेक्स 555 9
93 दिन में सोने के फायदे और नुकसान 429 9
94 सूरज की रोशनी कितनी कारगर 4,912 9
95 हमारी थाली में क्या होना चाहिए? 6,131 9
96 बेवफा औरत की पहचान 314 8
97 गर्लफ्रेंड रिलेशनशिप में सीरियस है तो ये संकेत देगी 706 8
98 वीर्य पतला होने के कारण और उपाय 311 8
99 दिन में कितने घंटे सोना चाहिए 303 8
100 मोती जैसे सफेद दांत पाने के लिए ट्राई करें ये 5 घरेलू उपाय 8,306 8