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चोरी के अनाधिकृत वीडियो अपलोड करना होगा मुश्किल

सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म फेसबुक पर बहुत से यूजर्स वीडियो चोरी करके अपलोड करते रहते हैं या फिर अनाधिकृत तरीके से उनका इस्तेमाल करते हैं। इससे इनके ओरिजनल निर्माताओं को भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
जल्द ही अब फेसबुक से वीडियो चोरी करना आसान नहीं रह जाएगा। फेसबुक एक वीडियो मैचिंग टूल पेश करने जा रहा है, इसे उन डुप्लीकेट्स वीडियोज की पहचान जल्दी से करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो पहले से ही ओरिजनल क्रिएटर द्वारा अपलोड किए गए वीडियोज के डुप्लीकेट्स हैं।
फेसबुक ने अपनी पोस्ट में कहा कि “यह टेक्नोलॉजी हमारे प्लेटफॉर्म के अनुरूप है और यह क्रिएटर्स को फेसबुक के सभी पेजेस, प्रोफाइल्स, ग्रुप्स और जियोग्राफिक्स पर अपने वीडियोज को मैच करके आइडेंटिफाई करना अलाउ करेगी।
दरअसल “हमारा मैचिंग टूल मिलियन अपलोडेड वीडियोज का तेजी और सटीक तरीके से मूल्यांकन करेगा और जब मैचिज दिखाई देंगे, तब पब्लिशर्स उन्हें हटाने के लिए हमें शिकायत कर सकेंगे।’’
फेसबुक टॉप वेब वीडियो निर्माताओं की आलोचनाओं का सामना कर चुका है, जिन्होंने कहा है कि यह (फेसबुक) उनके वीडियोज को बिना उनकी इजाजत के पोस्ट किए जाने पर रोकथाम करने में असफल हो गया है।
अभी तक फेसबुक अनाधिकृत वीडियो कंटेंट को ऑडियो फिंगरप्रिंट के द्वारा पहचान करने के लिए टेक्नोलॉजी पार्टनर ऑडिबल मैजिक की मदद लेने पर निर्भर है। लेकिन यह प्रक्रिया ऐसी शिकायतों के प्रति ज्यादा प्रभावी नहीं हो सकी है।
फेसबुक के इस टूल से क्रिएटर्स वेब बेस्ड डैशबोर्ड को एक्सेस कर सकेंगे, जो उन्हें उन वीडियो को आइडेंटिफाई करना अलाउ करेगा, जिन्हें वह मॉनिटर करना चाहते हैं। अगर सिस्टम फेसबुक पर मैचिंग वीडियो को खोज लेता है, तब क्रिएटर्स के पास उस कंपनी की क्लिप्स रिपोर्ट करने का विकल्प होगा।