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लिवर सिरोसिस, फेटी लिवर

1. हल्दी : हल्दी लीवर के स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए अत्यंत उपयोगी होती है। इसमें एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते है और एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करती है। हल्दी की रोगनिरोधन क्षमता हैपेटाइटिस बी व सी का कारण बनने वाले वायरस को बढ़ने से रोकती है। इसलिए हल्दी को अपने खाने में शामिल करें या रात को सोने से पहले एक गिलास दूध में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर पिएं। तथा कच्ची हल्दी रस और दूध मिश्रण सेवन फैटी लिवर बीमारी में औषधि रूप है।
2. पपीता : पपीता लीवर की बीमारियों के लिए सबसे सुरक्षित प्राकृतिक उपचार में से एक है, विशेष रूप से लीवर सिरोसिस के लिए। हर रोज दो चम्मच पपीता के रस में आधा चम्मच नींबू का रस मिलाकर पिएं। इस बीमारी से पूरी तरह निजात पाने के लिए इस मिश्रण का सेवन तीन से चार सप्ताहों के लिए करें।
3. सेब का सिरका:सेब का सिरका, लीवर में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। भोजन से पहले सेब के सिरके को पीने से शरीर की चर्बी घटती है। सेब के सिरके को आप कई तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं- एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाएं, या इस मिश्रण में एक चम्मच शहद मिलाएं। इस मिश्रण को दिन में दो से तीन बार लें।
4. आंवला : आंवला विटामिन सी के सबसे संपन्न स्रोतों में से एक है और इसका सेवन लीवर की कार्यशीलता को बनाये रखने में मदद करता है। अध्ययनों ने साबित किया है कि आंवला में लीवर को सुरक्षित रखने वाले सभी तत्व मौजूद हैं। लीवर के स्वास्थ्य के लिए आपको दिन में 4-5 कच्चे आंवले खाने चाहिए।
5. मुलेठी: लीवर की बीमारियों के इलाज के लिए मुलेठी का इस्तेमाल कई आयुर्वेदिक औषधियों में किया जाता है। इसके इस्तेमाल के लिए मुलेठी की जड़ का पाउडर बनाकर इसे उबलते पानी में डालें। फिर ठंड़ा होने पर छान लें। इस चाय रुपी पानी को दिन में एक या दो बार पिएं।
6. अलसी के बीज : फीटकोंस्टीटूएंट्स की उपस्थिति के कारण, अलसी के बीज हार्मोंन को ब्लड में घूमने से रोकता है और लीवर के तनाव को कम करता है। टोस्ट पर, सलाद में या अनाज के साथ अलसी के बीज को पीसकर इस्तेमाल करने से लिवर के रोगों को दूर रखने में मदद करता है।
6. पालक और गाजर का रस: पालक और गाजर का रस का मिश्रण लीवर सिरोसिस के लिए काफी लाभदायक घरेलू उपाय है। पालक का रस और गाजर के रस को बराबर भाग में मिलाकर पिएं। लीवर की मरम्मत के लिए इस प्राकृतिक रस को रोजाना कम से कम एक बार जरूर पिएं।
7. अखरोट: अखरोट को अपने आहार में शामिल कर आप लीवर की बीमारियों के आक्रमण से बच सकते हैं। एवोकैडो और अखरोट में मौजूद ग्लुटथायन, लिवर में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर इसकी सफाई करता है।
8. सेब तथा पत्तेदार सब्जियां:
सेब और पत्तेदार सब्जियों में मौजूद पेक्टिन पाचन तंत्र में उपस्थित विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर लीवर की रक्षा करता है। इसके अलावा, हरी सब्जियां पित्त के प्रवाह को बढ़ाती हैं।
9. अदरक शहद मिश्रण सेवन फैटी लिवर में सुधार करने का अच्छा माध्यम है। फैटी लिवर मरीज को ग्रीन टी, और अदरक वाली चाय पीना ज्यादा फायदेमंद है। चाय में चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल करें।
10 . कच्चा आंवला खायें। या फिर 4-5 चम्मच आंवला रस में आधा चम्मच आंवला पाउडर को लगभग 1 गिलास गुनगुने पानी में मिलाकर सेवन करें। आंवला फैटी लिवर दुरूस्त करने में सहायक है।
11. फैटी लिवर कम करने में लिए प्याज सलाद खायें। और दिन में 2 बार लगभग आधा-आधा कप प्याज रस सेवन करें। प्याज फैटी लिवर कम करने में सहायक है।
12. नारियल पानी में काली मिर्च, काला नमक मिश्रण पानी पीना फैटी लिवर में फायदेमंद है।
13 . फैटी लिवर विकार में खाने से पहले 1 गिलास लस्सी में 4-5 बूंद पुदीना रस, हींग, काला नमकमिलाकर पीना फायदेमंद है।
14. फैटी लिवर कम करने में नींबू पानी काला नमक मिश्रण पीना फायदेमंद है। नींबू काला नमक लीवर संक्रमण घटाता है।
15. सुबह खाली पेट गिलोय रस सेवन फैटी लिवर घटाने में सहायक है।
16. चुटकी भर काली मिर्च पाउडर, 4-5 बूंदे लहसुन रस को 1 कप कोकोनट मिल्क मिश्रण फैटी लिवर कम करने में सहायक है।
17. फैटी लिवर कम करने के लिए जामुन खायें। और जामुन रस पीयें।
18. फैटी लिवर बढ़ने पर एक चम्मच शहद में आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर सेवन करना फायदेमंद है।
19. फैटी लिवर घटाने में करेला औषधि रूप है। करेला जूस पीयें और करेला सब्जी बिना बीज की खायें।
20. फैटी लिवर समस्या में प्याज, टमाटर सलाद में नींबू निचैड़ कर खायें। प्याज, टमाटर, नींबू सलाद फैटी लिवर घटाने में सहायक है।