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एजुस्पर्मिया (निल शुक्राणु) क्या है

एजुस्पर्मिया (अशुक्राणुता) पुरुष बांझपन का एक प्रमुख कारण है। जब किसी पुरुष के वीर्य में कोई भी शुक्राणु उपस्थित नहीं होता है, तब इस स्थिति को एजुस्पर्मिया (निल शुक्राणु) के नाम से जाना जाता है। आम तौर पर, एक आदमी के टेस्टिकल्स, अंडकोष की थैली (scrotum) में शुक्राणु का उत्पादन करते हैं। वीर्य, स्खलन के दौरान लिंग से निकलने वाला गाढ़ा, सफेद द्रव होता है, जिसके साथ शुक्राणु मिश्रित होकर पुरुष प्रजनन प्रणाली के माध्यम से गमन करते हैं।
अतः जब स्खलन के दौरान निकलने वाले वीर्य में शुक्राणु अनुपस्थित होते हैं, तब यह स्थिति बांझपन का कारण बनती है। बांझपन की स्थिति के कारणों की जाँच के दौरान लगभग 5 से 10 प्रतिशत पुरुषों में निल शुक्राणु (एजुस्पर्मिया) का निदान किया गया है। अशुक्राणुता की स्थिति जन्मजात हो सकती है या व्यक्ति के जीवनकाल में कभी भी विकसित हो सकती है। वास्तव में एजुस्पर्मिया की स्थिति में किसी भी प्रकार के लक्षणों को महसूस नहीं किया जा सकता है। लेकिन यदि कोई पुरुष अपने साथी को गर्भवती करने की कोशिश कर रहा है, तो यह स्थिति बांझपन का कारण बनती है। तब इस स्थिति में इलाज आवश्यक हो जाता है।