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जानें आपके पैरों में झुनझुनाहट क्यों होती है और आपकी सेहत के बारे में क्या कहते हैं!

पैरों में झुनझुनाहट
पैरों में झुनझुनाहट डायबिटीज़ का संकेत हो सकता है। अक्सर मधुमेह के रोगी उनके पैरों में झुनझुनी या जलन की शिकायत करते हैं। झुनझुनीवाले पैर पेरिफेरल न्यूरोपैथी का संकेत है और डायबिटीज़ न्यूरोपैथी का सबसे सामान्य कारण है।
पैरों की उंगलियों का सुन्न हो जाना
अक्सर जब आप सर्दियों में अपने जूते निकालते हैं, तो शायद आपने देखा हो कि आपके पैरों की उंगलियां पूरी तरह से सफेद हो गई हैं, किसी वैस्कुलर समस्या के प्रसार का संकेत हो सकता है। यह रेनॉड सिंड्रोम (Reynaud’s syndrome) का भी लक्षण हो सकता है जो आपके शरीर के कुछ हिस्सों को कम तापमान में सुन्न या नम्ब बना देता है। हालांकि आपके पास इस समस्या से बचने के कुछ तरीके हैं, आपको बस कुछ खास बातों का ध्यान रखना होगा, जैसे कि मोटे मोजे और दस्ताने पहनना।
आप अक्सर पेडीक्योर कराती हों लेकिन यह भी हो सकता है कि आप अपने पैरों पर ज्यादा ध्यान नहीं देती। आपके पैर आपकी सेहत के बारे में बहुत कुछ कह सकते हैं और अगर आपको अपने पैरों में कोई बदलाव दिखे, तो डॉक्टर को दिखना सही हो सकता है। इसलिए थोड़ा समय निकालकर अपने पैर की उंगलियों और एड़ी की सेहत पर ध्यान दें। देखें कि वहां कोई बदलाव आए हैं क्या, अगर आपको कोई संकेत दिखे तों यह किसी बीमारी के लक्षण भी हो सकते हैं। डॉ. निनाद काकडे के मुताबिक, पैरों में दिखनेवाले यह अजीब बदलाव आपकी सेहत के राज़ बता सकते हैं।
टूटे-फूटे नाखून
विभिन्न प्रकार के विटामिन्स की कमी के कारण आपके पैरों के नाखून टूट-फूट सकते हैं। जब आपको विटामिन की कमी होती है, तो आपके नाखूनों पर विभिन्न प्रकार की लकीरें दिखाई दे सकती हैं। जिन लोगों को एनिमिया है उनके नाखून भी कमज़ोर हो सकते हैं। आपके नाखूनों की स्थिति किसी भी इंडोक्राइन या थायरॉयड विकारों का भी संकेत दे सकती है।
अगर आपको अपने पैरों में कोई भी बदलाव दिखायी पड़ते हैं, तो किसी पोडियास्ट्रिस्ट (podiatrist) को दिखाएं। वह आपको बता सकेगें कि आपको किस तरह के एक्सपर्ट से इलाज के लिए मिलना चाहिए।
हमें अक्सर पैरों में दर्द होने लगता है। पैरों के दर्द की कई वजहें हो सकती हैं, मसलन मांसपेशियों में सिकुड़न, मसल्स की थकान, ज्यादा वॉक करना, एक्सरसाइज, स्ट्रेस, ब्लड क्लॉटिंग की वजह से बनी गांठ, घुटनों, हिप्स व पैरों में सही ब्लड सर्कुलेशन न होना। पानी की कमी, सही डाइट ना लेना, खाने में कैल्शियम व पोटेशियम जैसे मिनरल्स और विटामिंस की कमी, अंदर गहरी चोट होना, किसी प्रकार का संक्रमण हो जाना, नाखून का पकना आदि। कई बार शरीर की हड्डियां कमजोर होने से भी पैरों में दर्द की शिकायत हो जाती है।
केमिकल बेस्ड दवाइयां ज्यादा मात्रा में लेना, चोट, कॉलेस्ट्रॉल लेवल कम होना, शरीर व मांसपेशियों का कमजोर पड़ जाना, आर्थराइटिस, डायबिटीज, कमजोरी, मोटापा, हॉमोर्नल प्रॉब्लम्स, नसों में दर्द, स्किन व हड्डियों से संबंधित इंफेक्शन और ट्यूमर से भी पैरों में दर्द की शिकायत रहती है।
- नीम के पत्तो को पानी में उबाले और इस पानी में थोड़ी फिटकरी भी मिक्स कर ले, जितना गर्म सह सको इस पानी में अपने पैरो को 10 से 15 मिनट तक रखे।
- पानी पीना बहुत जरूरी है। यह मसल्स की सिकुड़न और पैरों के दर्द को कम करता है। जिम या वॉक पर जाने या किसी भी तरह की फिजिकल एक्सरसाइज करने से पहले सही मात्रा में पानी पीएं। यह बॉडी को पूरी तरह हाइड्रेट रखता है।
- जितना हो सके, उतना फ्रूट जूस पीएं। बैलेंस्ड न्यूट्रिशियस डाइट लें। इसमें हरी सब्जियां, गाजर, केले, नट्स, अंकुरित मूंग, सेब, खट्टे फल, संतरा और अंगूर जैसे फलों को शामिल करें।
- दूध से बने प्रॉडक्ट्स ज्यादा लें। चीज, दूध, सोयाबीन, सलाद वगैरह से आपको पूरी मात्रा में विटामिंस मिलेंगे। अपने खाने में ऐसी चीजों की मात्रा बढ़ा दें जिनमें कैल्शियम और पोटैशियम ज्यादा हो।
- रेग्युलर एक्सरसाइज और योग आपको दिमागी व फिजिकल तौर पर फिट रखता है। यह आपको पैरों में दर्द और सांस की समस्या से भी दूर रखता है।
- कुछ खास तरह की लेग स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज भी फायदेमंद साबित होती है। दरअसल, इससे ब्लड सर्कुलेशन और मस्कुलर कॉन्ट्रेक्शन सही होता है।
- यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आप अपने वजन को कंट्रोल में रखें। फिटनेस और सही डाइट को अच्छी तरह फॉलो करें।
पैरों के दर्द को दूर करने के उपाय करें
- ठंडे पानी से अपने पैरों को धो लें। चाहें तो 15 मिनट तक भिगोकर भी रख सकते हैं।
- ठंडे पानी से पैरों को धुलने के बाद गर्म पानी से पैरों को सेंक दें। पानी हल्का गुनगुना होना चाहिए।
- अगर आपको ऐसा लगता है कि आपके पैर में किसी प्रकार का संक्रमण है तो आप गुनगुने पानी में नमक डालकर पैरों की सिकाई करें। इससे पैरों में होने वाले बैक्टीरिया मर जाते हैं।
- पिपरमेंट ऑयल या रोजमेरी ऑयल से पैरों की मालिश करें। वैसे लैवेंडर ऑयल भी मददगार होता है।
- गर्म पानी में ऑयल की बूंद डालकर सेंक लें। पैरों को पैडीक्योर करें और फिर क्रीम लगाकर रिलेक्स करें।
- कई बार पैरों में ब्लड सर्कुलेशन सही ढंग से न होने की वजह से भी पैरों में दर्द होने लगता है। इसलिए पैरों की हल्की मसाज दें, इससे भी दर्द चला जाता है।
- फुट मसाज: पैरों के दर्द को दूर करने में फुट मसाज बहुत कारगर होती है। टेनिस बॉल या रोलिंग पिन से आप फुट मसाज कर सकते हैं। इससे काफी राहत मिलती है।
- लैवेंडर ऑयल को दो चम्मच लें, इसमें ऑलिव ऑयल मिक्स करें और पैरों पर लगाएं। सर्कुलर मोशन में मसाज करें। आराम मिलेगा।
- लौंग के तेल को तिल के तेल के साथ मिलाकर पैरों में लगाएं। इससे पैरों की खुजली दूर होगी।
कुछ बातों का ध्यान इस प्रकार रखना
एक्युप्रेशर वाली चप्पलें पहनें।
हर दिन साफ मोजे पहनें।
पैरों को नियमित रूप से पैडीक्योर करवाएं।
पैरों को धोने के लिए एंटी-बैक्टीरियल प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें।
जोड़ो और हड्डियों में होने वाले दर्द के कुछ घरेलु आयुर्वेदिक उपचार।
विजयसार का चूर्ण :- विजयसार का चूर्ण एक छोटा चम्मच एक गिलास पानी में भिगोये और 15 घंटे के बाद इसको अच्छी तरह निचोड़ छान कर इसको घूँट घूँट कर पी लीजिये।
अगर आपको पत्थरी (स्टोन) की समस्या नहीं है तो आप इस पानी में गेंहू के दाने के सामान चुना (जो पान में लगते हैं, जो लोग जर्दे में मिलते हैं) मिलाये। और इसको पिए।
अरण्डी के तैल से मालिश करने से भी दर्द में फायदा होता हैं।
देसी घी के साथ गिलोय का रस लेने से भी इसमें बहुत फायदा होता हैं।
गर्मियों में एक चम्मच अलसी के बीज नित्य खाए और सर्दियों में ३ चम्मच खाए।