संपर्क : 7454046894
स्मार्टफोन का बुरा असर

इस रिसर्च पेपर ने अंदेशा जताया है कि एलईडी लाइट्स के बढ़ते इस्तेमाल का दिमाग़ी तौर पर बीमार लोगों के इलाज पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है. इसी तरह, अगर सेहतमंद लोगर वो मोबाइल या दूसरे तरह के डिजिटल ऐप के ज़रिए अपनी सेहत की निगरानी करते हैं. जैसे कि मूड में बदलाव, या ब्लड प्रेशर नापना और अगर वो ये काम सोने से ठीक पहले करते हैं. तो, इसका बुरा असर उनकी नींद पर पड़ता है. उनकी बॉडी क्लॉक गड़बड़ हो जाती है. इसका उनकी सेहत पर बहुत बुरा प्रभाव होता है.
प्रोफ़ेसर गॉटलिब कहते हैं कि, 'आज स्मार्टफ़ोन बहुत आम हैं. इसी वजह से लोगों की ये सेहत के लिए बहुत बड़ा ख़तरा बनते जा रहे हैं. अब इनके साथ अगर घर मे भी एलईडी बल्ब लगे हैं. सड़कों पर भी लगे हैं. पब, बार, सिनेमाहॉल से लेकर ट्रैफ़िक सिग्नल और पढ़ने के ठिकानों जैसे लाइब्रेरी या यूनिवर्सिटी में भी एलईडी बल्ब लगे हैं, तो इनसे रोशनी वाला प्रदूषण फैल रहा है. इंसान आज इस प्रदूषण का शिकार हो रहा है'.